आजकल के वक्त में डिजिटल ट्रांजेक्शन का चलन काफी ज्यादा बढ़ गया है। इसने लोगों की जिंदगी को बेहद ही आसान बना दिया। कोई पेमेंट करनी हो या फिर पैसे ट्रांसफर करने हो…लोग बस अपना फोन उठाते हैं और मिनटों में ये काम कर देते हैं। हालांकि ये सुविधा केवल स्मार्टफोन्स में ही मिलती हैं।
लेकिन अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कीपेड वाले फीचर फोन में भी UPI पेमेंट करने की सुविधा लेकर आया है। जी हां, RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने नई सेवा की शुरुआत की, जिससे अब वो फीचर फोन यूज करने वाले लोग भी बिना इंटेरनेट के सुरक्षित तरीके से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे।
इस नई सेवा के जरिए फीचर फोन का इस्तेमाल करने वाले लोग मोबाइल समेत अलग बिलों के भुगतान के साथ वाहनों के फास्टैग का भी रिचार्ज कर सकेंगे। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक इस सुविधा के शुरू होने से ग्रामीण इलाकों में डिजिटल भुगतान का यूज बढ़ेगा। इससे 40 करोड़ लोगों को फायदा होगा।
बिना इंटरनेट के UPI 123पे के जरिए डिजिटल भुगतान होगा। पेमेंट के चार कैटेगरी हैं। IVRS, ऐप, साउंड बेस्ड और मिस्ड कॉल के जरिए पेमेंट्स कर सकते हैं। इसके अलावा डिजिटल पेमेंट में जुड़ी शिकायतों के लिए एक हेल्पलाइन DigiSaathi की भी शुरूआत की गई। आइए जानते हैं कि आखिर UPI 123पे से डिजिटल ट्रांजेक्शन करने का पूरा प्रोसेस क्या होगा…
इसके लिए सबसे पहले अपने बैंक खाते को मोबाइल नंबर से लिंक कराने की जरूरत होगी। अपने डेबिट कार्ड की जानकारी के जरिए अपना UPI जेनरेट करना होगा। इसके बाद ही भुगतान हो पाएगा।
फीचर फोन यूज करने वाले लोगों को सबसे पहले IVI नंबर 08045163666 पर कॉल करना होगा। यहां आपको कई सारे ऑप्शन मिलेंगे, जिसमें मनी ट्रांसफर, एलपीजी गैस रिफिल, फास्टैग रिचार्ज, मोबाइल रिचार्ज, ईएमआई रीपेमेंट और बैलेंस चेक शामिल रहेंगे। इनमें से किसी एक ऑप्शन को आपको चुनना होगा।
जैसे अगर पैसे भेजने है तो इसके लिए जैसे मनी ट्रांसफर का चयन करें। यहां से आप Contact लिस्ट में जाएं और उस नंबर पर क्लिक करें जिसे आप पैसा भेजना चाहते हैं। इसके बाद अमाउंट और UPI पिन डालकर अपना डिजिटल ट्रांजेक्शन पूरा करें। इसी तरह ही किसी भी दुकानदार को भुगतान किया जा सकता है।
गौरतलब है कि देश में UPI लेनदेन का आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ रहा है। खासतौर पर कोरोना महामारी के दौर में लोग बड़ी संख्या में इस सुविधा का इस्तेमाल करने लगे हैं। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक 2021-22 में अब तक UPI लेनदेन 76 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष में 41 लाख करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा कि वो दिन भी अब ज्यादा दूर नहीं है जब लेनदेन का आकड़ा 100 लाख करोड़ के पार चला जाएगा।