Bhopal gas tragedy : जब भोपाल की हवा जहरीली होने के साथ-साथ हो गयी जानलेवा, नींद में मर गये थे लोग
कहते हैं वक़्त और हालात सभी जख्मों को भर देते हैं लेकिन कुछ जख्म कभी नहीं भरते बस उन्हें गुजरे हुए थोडा समय हो जाता हैं ऐसा ही एक जख्म है 2 दिसम्बर 1984 का, जब भोपाल की हवा में मौत बह रही थी और जब 2 दिसंबर 1984 की रात लोग सोये तो उनकी...
Read more











