मंगलवार के दिन 2022 IPL का 48वां मुकाबला गुजरात टाइटंस (GT)और पंजाब किंग्स (PBKS) के बीच मुंबई के डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स स्टेडियम में खेला जायेगा। इस मैच में जहां Gujarat Titans टूर्नामेंट में प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की करने उतरेगी, वहीं Punjab Kings अपने आप को टूर्नामेंट में जीवित रखने के लिए जीत के इरादे से उतरेगी। हालांकि देखा जाएं तो इस मुकाबले में हर तरीके से चाहे बैटिंग, बोलिंग या फील्डिंग हो गुजरात का पलड़ा पंजाब पर भारी पड़ता दिख रहा है।
एक तरफ गुजरात 8 मैचों में जीत के साथ 16 अंक प्राप्त कर पॉइंट टेबल पर शीर्ष पर है। वहीं पंजाब 4 मैचों में जीत के साथ 8 अंक लेकर पॉइंट टेबल पर सातवें स्थान पर संघर्ष कर रही है। आपको बता दें , ये दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में पहले भी भिड़ चुकी हैं, जिसमें गुजरात के राहुल तेवतिया ने आखिरी 2 गेंदों पर छक्के लगाकर गुजरात को जीत दिलाई थी। पंजाब ये मैच काफी क्लोज आकर हारी थी। पंजाब इस बार गुजरात से अपनी हार का बदला लेना चाहेगा।
पंजाब की टीम में निरंतरता का अभाव पिछले कुछ मुकाबलों में देखने को मिल रहा है, जो उसकी हार की मुख्य वजह बन रही है। इधर IPL में डेब्यू करने वाली गुजरात अपनी एकजुटता और सभी खिलड़ियों के शानदार प्रदर्शन से टूर्नामेंट की सबसे ताकतवर टीम बन के उभरी है। जिसको देखते हुए गुजरात का लगातार 6 मैचों में जीत के विजयी अभियान को रोक पाना आज के मुकाबले में एक कड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।
Gujrat Titans की ताकत-एकजुटता
गुजरात टीम की सबसे बड़ी ताकत टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या का शानदार फॉर्म में होना है। हार्दिक ने अभी तक टूर्नामेंट में 308 रन बनाए है। अपनी फिरकी से बड़े-बड़े बल्लेबाज़ों के छक्के छुड़ा देने वाले स्पिन गेंदबाज राशिद खान हैं। दूसरी ओर बेहतरीन फिनिशर डेविड मिलेर है, जो अलग ही रंग में दिखाई दे रहे हैं। ये फंसे से फंसे मैच को फिनिश करने का माद्दा रखते है। बात करें राहुल तेवतिया की तो ये गुजरात की टीम के तुरुप के इक्के साबित हुए, क्योंकि जब-जब गुजरात की टीम मुश्किल घड़ी में हुई, तब-तब तेवतिया अपनी टीम के लिए संकटमोचक बनकर आएं है और अपनी धमाकेदार अंतिम ओवरों की पारियों से गुजरात को शानदार जीत दिलाई है। मोहम्मद शामी भी अपनी खतरनाक गेंदबाज़ी से बल्लेबाजों पर कहर भर पा रहे है। हालांकि गुजरात के लिए चिंता का विषय उनके सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की खराब फॉर्म है, जो टूर्नामेंट के शुरुआती दो मैचों के बाद ना जाने कहां चली गई।
पंजाब की कमजोरी- निरंतरता
पंजाब टीम की सबसे बड़ी ताकत उसकी बल्लेबाजी थी , जो टूर्नामेंट के शुरूआती मुकाबले में देखने को जमकर मिली थी, जिसके कारण पंजाब अपने मैच जीत भी रहीं थी। हालांकि फिर अचानक पिछले कुछ मैचों में पंजाब की बल्लेबाजी बेहद निराशाजनक नजर आई। जिसके कारण ये टीम अपने कुछ नजदीकी मुकाबले हारी है। शिखर धवन को छोड़कर पंजाब के मुख्य बल्लेबाज मयंक अग्रवाल, जॉनी बेयरस्टो और लियाम लिविंगस्टोन अपनी पिछली लय कायम नहीं कर पा रहे हैं, जो पंजाब के लिए सिरदर्द बना हुआ है। बात अगर टीम की गेंदबाजी विभाग की करें तो तेज युवा गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने ही लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, इन्होंने अपनी टीम के लिए हर परिस्थिति चाहे पॉवरप्ले हो या डेथ ओवरों में बेहतरीन गेंदबाजी का नजारा पेश किया , जिसने पंजाब की जीत में अहम भूमिका अदा की है। बाकि गेंदबाज अपनी क्षमता के अनुरूप अभी तक टूर्नामेंट में प्रदर्शन नहीं कर पाएं हैं। पंजाब की ओर से सबसे ज्यादा रन 302 रन सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने बनाए है।