टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह चर्चाओं में है। इसके पीछे की वजह है उनका गिरफ्तार होना। दरअसल, रविवार रात को एक मामले में युवराज सिंह को गिरफ्तार किया गया। हालांकि तब ही उनको जमानत पर छोड़ भी दिया गया। पुलिस ने हरियाणा के हांसी से युवराज को गिरफ्तार किया था। क्या था वो मामला जिसके चलते युवराज सिंह मुश्किलें में घिरे? आइए इसके बारे में जान लेते हैं…
चहल को लेकर की थी जातिगत टिप्पणी
दरअसल, युवराज की गिरफ्तारी एक जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने की हुई। ये मामला महीनों पुराना है। युवराज टीम इंडिया के खिलाड़ी रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के एक और खिलाड़ी युजवेंद्र चहल को लेकर कुछ ऐसा कह दिया, जिसके चलते ये पूरा हंगामा खड़ा हुआ।
सोशल मीडिया पर हुआ था बवाल
हुआ कुछ यूं कि पिछले साल रोहित शर्मा और युवराज सिंह इंस्टाग्राम पर लाइव थे। इस दौरान बातें करते करते ये दोनों युजवेंद्र चहल का जिक्र कपरने लगे, तो युवराज के मुंह से एक जातिसूचक शब्द निकल गया। जिसको लेकर हंगामा मचना तो तब ही शुरू हो गया था। सोशल मीडिया पर लोग इसके विरोध में आ गए और युवराज के खिलाफ ट्रेंड भी होने लगे थे।
केस भी कराया गया था दर्ज
इसको लेकर ही सामाजिक कार्यकर्ता रजत कलसन ने युवराज सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया था। रजत ने इसके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत पुलिस में शिकायत दी थी, जिसके बाद पुलिस ने युवराज सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। और फिर रविवार रात को उनको गिरफ्तार भी किया गया। युवराज सिंह से करीब 3 घंटे पूछताछ भी की गई। फिर औपचारिक गिरफ्तारी के तुरंत बाद उन्हें अंतरिम जमानत पर छोड़ दिया गया।
वहीं इस बीच रजत कलसन ने पुलिस पर युवराज को VIP ट्रीटमेंट देने के आरोप लगाए। साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का भी रूख करने की बात कही। उन्होंने कहा है कि वो बुधवार को मामले में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर करेंगे।
युवराज मांग चुके हैं इसके लिए माफी
वैसे आपको बता दें कि जब ये मामला सुर्खियों में आया था, तब ही युवराज ने माफी मांग ली थीं। मामले को लेकर बवाल बढ़ता देख युवराज सिंह ने सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली और इसे ठंडा करने की कोशिश की। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए कहा था कि मैं ये साफ करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी किसी भी तरह की असमानता में विश्वास नहीं किया, चाहे वो जाति रंग, पंथ या लिंग के आधार पर हो। मैंने हमेशा ही अपने जीवन को लोगों की भलाई में दिया और आगे भी ये जारी रखूंगा। मैं जीवन की गरिमा में विश्वास करता हूं और बिना किसी अपेक्षा के प्रत्येक व्यक्ति का सम्मान करता हूं।’
उन्होंने आगे लिखा था कि मैं समझता हूं कि मैं जब अपने दोस्तों के संग बातचीत कर रहा था, तो मुझे गलत समझा गया, जो अनुचित था। फिर भी एक जिम्मेदार भारतीय होने के तौर पर मैं ये कहना चाहूंगा कि अगर अनजाने में मैंने किसी की भावनाओं को ठेंस पहुंचाया, तो उसके लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं।’