टीम इंडिया का टी-20 वर्ल्ड कप का सफर आज खत्म होने जा रहा है। भारत आज अपना आखिरी मुकाबला खेलने जा रही है, जो नामीबिया के खिलाफ होगा। वैसे तो भारत, नामीबिया के आगे काफी मजबूत है, लेकिन इस मैच में जीत और हार कोई मायने नहीं रखती। क्योंकि भारत का टी-20 वर्ल्ड कप से आज विदाई हो जाएगी। रविवार को न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले में कीवी टीम की जीत के बाद भारत का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना चकनाचूर हो गया।
तीनों के सफर का हो जाएगा अंत
यूएई में इस वर्ल्ड कप का आखिरी मुकाबला खेलते हुए सिर्फ टीम इंडिया ही नहीं बल्कि इसके साथ ही कोहली की कप्तानी और कोच के तौर पर रवि शास्त्री के सफर का भी अंत हो जाएगा। विश्व कप से पहले ही विराट टी-20 की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं, जबकि रवि शास्त्री भी अब टीम के कोच नहीं रहेंगे। राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया को नया हेड कोच चुना गया हैं। यानी टी-20 में विराट की कप्तानी में आज आखिरी बार टीम इंडिया मैदान में उतरेगी।
सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सका भारत
टी-20 वर्ल्ड कप 2021 को लेकर भारत से काफी ज्यादा उम्मीदें थीं। टीम इंडिया ट्रॉफी की सबसे मजबूत दावेदार में से एक मानी जा रही थीं, लेकिन इस वर्ल्ड कप में टीम की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई। पहले पाकिस्तान और उसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार दो मैचों में टीम इंडिया की हार ट्रॉफी की रेस से बाहर होने की वजह बन गई।
इसके बाद अफगानिस्तान से टीम इंडिया का मैच हुआ और भारतीय टीम जीत की पटरी पर जरूर लौटी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थीं। इसके बाद स्कॉटलैंड और भारत का मैच हुआ, जिसमें टीम इंडिया विशाल जीत हासिल की और सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को बनाए रखा। लेकिन भारतीय टीम का सेमीफाइनल में पहुंचना या नहीं पहुंचना दूसरी टीमों के खेल पर निर्भर करता था। इसमें सबसे बड़ा रोल था अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच का। करोड़ों भारतीय फैंस दुआ कर रहे थे कि किसी भी तरह अफगानिस्तान इस मैच में जीत जाए, लेकिन कीवी टीम के दमदार प्रदर्शन के आगे ये दुआएं काम नहीं आई। और जीत न्यूजीलैंड की हुई। इसके साथ ही ग्रुप 2 से पाकिस्तान और न्यूजीलैंड विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंच गई।
एक भी ICC टूर्नामेंट नहीं जीत सकी ये जोड़ी
विराट कोहली वैसे तो अब तक तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया को लीड कर रहे हैं। धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद उन्होंने भारतीय टीम की बागडोर को संभाला था। एक प्लेयर के तौर पर विराट कोहली लाजवाब हैं, इसमें कोई दो राय नहीं। लेकिन जब बात कप्तानी की आती है, तो कोहली पर उंगलियां उठ ही जाती है। क्योंकि अपनी कप्तानी में विराट भारतीय टीम को आईसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में जीत नहीं दिला पाए। आईसीसी इवेंट्स में उनकी कप्तानी फ्लॉप रही है।
कोहली बतौर कप्तान और शास्त्री बतौर कोच लगभग 4 साल से एक साथ काम कर रहे थे। वैसे शास्त्री पहली बार टीम इंडिया के साथ 2014 में बतौर डायरेक्टर के रूप में जुड़े थे। साल 2017 में शास्त्री को टीम इंडिया का फुल टाइम कोच नियुक्त किया गया था। 2017 चैंपियंस ट्राफी के फाइनल से लेकर 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक इन सभी अहम टूर्नामेंट में विराट टीम इंडिया को ट्रॉफी के नजदीक तो लेकर गए, लेकिन वो दिला नहीं पाए। वहीं इस बार के वर्ल्ड कप में तो टीम इंडिया ग्रुप स्टेज तक से बाहर हो गई।
बात अब रवि शास्त्री की करते हैं। वो 2017 में टीम इंडिया के फुल टाइम कोच बनाए गए। कोहली और शास्त्री 4 सालों से एक साथ काम कर रहे हैं। दोनों ने मिलकर टीम इंडिया को कई बड़ी उपलब्धियां तो जरूर दिलाई। जै ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतना, भारत को लगातार नंबर 1 टेस्ट टीम बनाए रखना। विदेश की धरती पर भी टीम का प्रदर्शन पहले के मुकाबले बेहतर हुआ। लेकिन बात वहीं आकर अटकी कि दोनों मिलकर आईसीसी टूर्नामेंट में टीम इंडिया को ट्रॉफी नहीं दिला सके। पिछली बार भारत ने आईसीसी टूर्नामेंट में 2013 में जीत हासिल की थी और तब टीम का नेतृत्व महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में था।
अब भारत टी-20 वर्ल्ड कप 2021 का आखिरी मुकाबला दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेलेगी। जिसके बाद टी-20 फॉर्मेट में टीम इंडिया को अपना नया कप्तान मिल जाएगा, जबकि टीम की बागडोर राहुल द्रविड़ के हाथों में आ जाएगी। ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि क्या इन कोच और कप्तान बदलने के बाद टीम इंडिया 2022 में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में कमाल दिखा पाएगी।