टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सौरव गांगुली की तबीयत इन दिनों ठीक नहीं चल रही। 27 जनवरी से वो सीने में दर्द के चलते अस्पताल में भर्ती हैं। इसी महीने में ऐसा हो दूसरी बार हुआ जब सौरव गांगुली की तबीयत बिगड़ी और उनको अस्पताल लेकर जाना पड़ा। इससे पहले 2 जनवरी को हार्ट अटैक आया था।
हालांकि अब उनकी हालत पर जो लेटेस्ट अपडेट मिल रहा है, उसके मुताबिक गांगुली अब ठीक है और उनको बहुत जल्द ही अस्पताल से छुट्टी भी मिल सकती है। जब गांगुली इस महीने की शुरुआत में बीमार पड़े थे, तब पता चला था कि उनके सीने में ‘ट्रिपल वेसल डिजीज’ का शिकार है। आइए आपको बताते हैं कि आखिर ये बीमारी है क्या, जो दादा को बार-बार परेशान कर रही है और ये कितनी खतरनाक होती है…?
क्यों आता है Heart Attack?
सबसे पहले आपको हार्ट अटैक के बारे में बताते हैं कि आखिर ये आता क्यों है? हमारे शरीर में हृदय का एक बेहद ही अहम रोल होता है। ये पूरे शरीर में खून सप्लाई करता है। लेकिन दिल को भी ऑक्सीजनयुक्त खूब की सप्लाई की लगातार जरूरत होती है। हृदय में खूब की सप्लाई का काम धमनियां यानी Arteries करती हैं। लेकिन कई बार ऐसा हो जाता है कि खून में फैन या फिर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से ये जमने लगता है। इसके चलते कोरोनरी Arteries ब्लॉक हो जाती हैं। जिसकी वजह से दिल में खून की सप्लाई या तो कम हो जाती है, या फिर होती ही नहीं। इस बीमारी को ‘कोरोनरी आर्टरी डिजीज’ भी कहते है, जिसका नतीजा ही हार्ट अटैक होता है।
क्या है Triple Vessel Disease?
मेडिकल एक्सपर्ट्स की मानें तो ये कोरोनरी आर्टरी डिजीज का ही खतरनाक रूप होता है। जब दिल को खून पहुंचाने वाली 3 बड़ी धमनियां ही ब्लॉक हो जाती हैं, तो इसे ट्रिपल वेसेल डिजीज कहते हैं। इसकी वजह से शख्स को छाती में दिक्कत, सांस लेने में तकलीफ, थकान जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ता है और यही हार्ट अटैक का कारण भी बन जाता है।
गांगुली के मामले में क्या क्या हुआ?
अब बात सौरव गांगुली की करते हैं। 2 जनवरी को उन्हें तब हार्ट अटैक आया था, जब वो जिम की ट्रेडमिल पर दौड़ रहे थे। उन्हें इस दौरान छाती में तकलीफ हुई और तुरंत ही वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। 5 डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज किया। इस दौरान गांगुली के हृदय की एंजियोप्लास्टी कर गई और एक वेसल से ब्लॉकेज को हटाया गया और उसमें स्टेंट लगाया गया था। इसके बाद उनके सीने में 2 और ब्लॉकेड थी। उस दौरान उनको 5 दिनों में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
अब 27 जनवरी को गांगुली को फिर से सीने में दिक्कत हुई और उनको अपोलो अस्पताल लेकर जाया गया। मिली जानकारी के मुताबिक यहां दोबारा से गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई और उनकी धमनियों से ब्लॉकेज को दूर करने के लिए 2 और स्टेंट लगाए गए। अब उनकी हालत में काफी सुधार बताया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें प्राइवेट वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया है और बहुत जल्द ही अस्पताल से छुट्टी भी मिल सकती है।