भारत के वेटलिफ्टर ‘संकेत महादेव सरगर’ (Sanket mahadev sargar) ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए पहला सिल्वर मेडल जीत लिया है। संकेत महादेव (Sanket mahadev) ने पुरुष वेटलिफ्टिंग (55kg) में सिल्वर मेडल जीता है। महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाली इस 21 वर्षीय वेटलिफ्टर ने 55 किग्राग्राम में इतिहास रच दिया। यह मेडल 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth games 2022) में भारत का पहला पदक है। बता दें, मलेशिया के ‘बिन कसदम मोहम्मद’ गोल्ड पर कब्जा किया जबकि श्रीलंका के ‘दिलंका इसुरू कुमारा’ ने ब्रॉन्ज जीता। सरगर ने क्लीन एंड जर्क के दूसरे राउंड में चोटिल होने के बावजूद गोल्ड मेडल के लिए प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके।
तीन बार के राष्ट्रीय चैंपियन और पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाले संकेत स्वभाव से शर्मीले हैं। साथ ही ये मुकाबलों के दौरान अपनी टीम के सपोर्ट स्टाफ के अलावा किसी से बात नहीं करते हैं। संकेत ने इस साल फरवरी में सिंगापुर वेटलिफ्टिंग इंटरनेशनल में 256 किग्रा (स्नैच में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 143 किग्रा) उठाकर कॉमनवेल्थ और राष्ट्रीय कृतिमान तोड़ दिया था। भारत के लिए पुरुषों में पिछली बार राष्ट्रमंडल खेलों में सतीश शिवलिंगम और रंगला वेंकट राहुल ने गोल्ड जीता था। लेकिन संकेत उस क्रम को जारी रखने में सफल नहीं हुए।
संकेत की पिता पान की दुकान चलाते है
संकेत महादेव सरगर (Sanket mahadev sargar) के पिता महाराष्ट्र के सांगली में की पान की दुकान चलाते हैं। संकेत अपने पिता की दुकान में मदद करते हैं। वह अपने पिता को अब आराम करते हुए देखना चाहते हैं। संकेत ने हाल ही में कहा था, ”अगर वह अगर मैं स्वर्ण जीत लेता हूं तो अपने पिता की मदद करूंगा। उन्होंने मेरे लिए काफी दुख उठाए हैं। मैं उन्हें अब खुशियां देना चाहता हूं।” (Sanket mahadev sargar) अब पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण जीतना चाहते हैं।