टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा था, लेकिन टोक्यो में ही चल रहे टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में भारत ने कमाल कर दिया है। भारत ने अब तक 17 मेडल अपने नाम कर लिए थे, जिसमें 4 गोल्ड मेडल, 7 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल शामिल थे। लेकिन इस जीत के सिलसिले को बरकरार रखते हुए यूपी के नोएडा के डीएम और बैंडमिंटन प्लेयर सुहास एल यथिराज ने अपना शानदार प्रदर्शन दिखाते हुए भारत के झोली में एक और सिल्वर मेडल डाल दिया है। हालांकि वो गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए।
सुहास ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंडोनेशिया के सेतिवान फ्रेडी को सीधे गेम में 21-19 और 21-15 से करारी मात दी। सुहास ने तीन मैचो में से दो को बड़ी ही आसानी से जीत लिया था और वो फाइनल में प्रवेश कर गए थे। इस जीत के साथ ही सुहास का मेडल तो पक्का हो ही गया था।
इसके बाद फाइनल में उन्हें वर्ल्ड नंबर-1 लुकास मजूर का सामना करना था। सुहास इस मुकाबले को जीतने में कामयाब नहीं हो पाए। उन्हें लुकास मजूर के हाथों 15-21, 21-17, 21-15 से हार झेलनी पड़ी।
आपको बता दें कि इससे पहले बैंडमिंटन में ही प्रमोद भगत ने भी शानदार जीत हासिल की और भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है।
सुहास इस वक्त यूपी के नोएडा के डीएम है, और साथ ही देश के लिए बैंडमिंटन भी खेलते हैं। उन्हें जन्म से पैर में दिक्कत है। वो साल 2016 में चीन के पेइचिंग में हुए एशियाई पैरा बैडमिंलटन चैंपियनशिप में अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बने थे। उस वक्त सुहास आजमगढ़ के डीएम थे। सुहास का जन्म कर्नाटक में हुआ है और वो 2007 के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी है। सुहास को देश के लिए अपने योगदान के लिए 2016 में यूपी का सर्वोच्च नागरिक सम्मान यश भारती से सम्मानित भी किया गया था।