टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर लाने वाले नीरज चोपड़ा लगातार सुर्खियों में हैं। ओलंपिक में नीरज ने भारत को 12 सालों के बाद गोल्ड मेडल दिलाया। इसके बाद नीरज रातों-रात पूरे देश के सुपरस्टार बन गए। टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद नीरज लगातार ही किसी का किसी वजह से चर्चाओं में बने हुए हैं।
पाक खिलाड़ी के समर्थन में उतरे नीरज
अब इसी बीच नीरज चोपड़ा ने एक और काम ऐसा कर दिया है, जिसके लिए हर कोई अपने गोल्डन बॉय की तारीफें कर रहा है। दरअसल, नीरज पाकिस्तान के अरशद नदीम के सपोर्ट में उतर आए, जो बीते दिन से जमकर ट्रोलिंग का सामना कर रहे हैं। नीरज ने पाक के नदीम को जमकर फटकारा और साथ ही ये भी कहा कि वो उनका सहारा लेकर, अपना मुद्दा ना बनाएं।
इस वजह से बुरी तरह ट्रोल हो रहे थे अरशद नदीम
बात कुछ ऐसी है कि नीरज ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया था। इसमें उन्होंने ओलंपिक के फाइनल मैच के दौरान घटनी एक घटना के बारे में बताया था। नीरज ने इंटरव्यू में बताया था कि जब जेवलिन के फाइनल मुकाबले में अरशद नदीम उनका भाला लेकर घूम रहे थे। जिसकी वजह से उन्हें फाइनल में पहला थ्रो करने में थोड़ी देरी हो गई और जल्दबाजी में उन्हें थ्रो करना पड़ा।
नीरज के ये बात बताने के बाद अरशद नदीम सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए। ऐसा करने के लिए लोग पाकिस्तानी एथलीट को जमकर खरी खोटी सुनाने लगे। लोग ये आरोप लगाते नजर आने लगे कि अरशद नदीम ने ऐसा जानबूझकर किया था, जिससे नीरज मेडल जीतने से चूक जाए।
नीरज ने ट्वीट की वीडियो
नीरज के इस बयान को लेकर बुधवार से विवाद जारी है। लोग अरशद नदीम को बुरी तरह ट्रोल कर रहे थे। हालांकि इसके बाद अब खुद नीरज, नदीम के सपोर्ट में आ गए हैं। नीरज ने थोड़ी देर पहले ही एक वीडियो ट्वीट की।
इस दौरान उन्होंने लिखा- ‘आप सभी से मेरी विनती है कि मेरे कमेंट को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम ना बनाए। स्पोर्ट्स हम सबको एकजुट होकर साथ रहना सिखाता है और कमेंट करने से पहले खेल के रूल्स जानना जरूरी होता है।’
वहीं इसके साथ नीरज चोपड़ा ने जो वीडियो ट्वीट की, उसमें वो कहते नजर आए- ‘एक इंटरव्यू में मैंने अरशद नदीम को लेकर जो कहा, उसका काफी बड़ा मुद्दा बना दिया गया है। सिंपल सी बात है कि एक जो हमारी पर्सनल जेवलिन होती है, सभी प्लेयर वहां पर रखते हैं। तब कोई भी प्लेयर वहां से जेवलिन उठाकर अपनी प्रैक्टिस कर सकता है। ये एक रूल है, जिसमें कुछ गलत नहीं। वो (अरशद नदीम) जेवलिन लेकर अपनी थ्रो के लिए प्रैक्टिस कर रहा था। मैंने अपनी थ्रो के लिए उसे मांगा। ये इतनी बड़ी बात नहीं। मुझे काफी दुख है, जो इस बात को मेरा सहारा लेकर इतना बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है। मेरी आप सबसे विनती हैं ऐसा ना करें। स्पोर्ट्स हमें मिलना चलना सिखाता है। हम सभी जेवलिन थ्रोअर आपस में प्यार से रहते हैं। तो कोई भी बात ऐसी ना कहें, जिससे हमको ठेस पहुंचे।’
नीरज को अपना आदर्श मानते हैं अरशद नदीम
आपको बता दें कि ओलंपिक के जेवलिन थ्रो के फाइनल मुकाबले में नीरज चोपड़ा के साथ पाकिस्तान के अरशद नदीम भी पहुंचे थे। हालांकि वो मेडल जीतने से चूक गए। उनको भी मेडल का एक दावेदार माना जा रहा था, क्योंकि नदीम का प्रदर्शन अच्छा था। हालांकि वो मेडल नहीं जीत पाए और टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में पांचवें स्थान पर रहे।
वैसे आपको जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान के अरशद नदीम भारत के नीरज चोपड़ा को ही अपना आदर्श मानते हैं। दरअसल, नदीम पहले क्रिकेट खेलते थे, लेकिन बाद में इस खेल को उन्होंने छोड़ दिया और नीरज से प्रेरणा लेकर जेवलिन थ्रो को ही अपना करियर चुन लिया। 2018 के एशियन गेम्स के दौरान जब नीरज ने गोल्ड मेडल जीता था, तब अरशद ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब हुए थे।