क्रिकेट दुनियाभर में पसंद किए जाने वाला स्पोर्ट्स है। बड़ी संख्या में लोग इस खेल को फॉलो करते हैं। भारत में इस खेल को लेकर दीवानगी कितनी है, ये हर कोई जानता है। क्रिकेट को जेंटलमैन का गेम कहते हैं। हालांकि इस खेल के दौरान कई बार विवाद भी खड़े हो जाते हैं।
मांकडिंग को लेकर मैदान पर कई बार विवाद होते हुए हमने देखे हैं। इसे खेल भावना के खिलाफ माना जाता है। IPL 2019 में जब आर. अश्विन ने जोस बटलर को इस तरह से आउट किया था, जिसके बाद इसको लेकर बड़ी बहस भी छिड़ गई थीं। क्रिकेट जगत इसको लेकर दो खेमे में बंट गया। हालांकि अब इस तरह के विवादों को लेकर फुल स्टॉप लग सकता है।
दरअसल, मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने क्रिकेट में कुछ नियमों में बदलाव करने का ऐलान किया है। जिसमें बॉल पर थूक लगाने से लेकर मांकडिंग को लेक नियम बदले गए। ये सभी नए नियम 1 अक्टूबर 2022 से लागू होंगे। आइए जानते हैं इसके बारे में…
मांकडिंग आउट अब अनफेयर नहीं
दरअसल, मांकडिंग को लेकर अभी जो नियम है उसके मुताबिक ये लॉ-41 (अनफेयर प्ले) के अधीन आता करता था, लेकिन अब मांकडिंग आउट को लॉ-38 (रनआउट) में शिफ्ट किया गया है। अब इसे अनफेयर प्ले नहीं माना जाएगा। यानी मांकड़िंग को अब वैध ठहराया गया है।
नए नियम के मुताबिक अब अगर गेंदबाज के बॉल डालने से ठीक पहले नॉन स्ट्राइकर क्रीज से बाहर निकलता है और बॉलर स्टम्प्स पर थ्रो करते हुए आउट करता है, तो नॉन स्ट्राइकर को रन आउट (मांकड़िंग) दिया जाएगा। पहले इसे रनआउट की कैटिगिरी में शामिल नहीं किया गया था। वहीं अगर इस तरह के रन आउट पर अपील नहीं की जाती है, तो अंपायर इसको डेडबॉल भी करार दे सकते हैं यानी बॉल भी ओवर में नहीं काउंट होगी।
बॉल पर लार लगाने पर हमेशा के लिए लगा बैन
वहीं बॉल पर लार के इस्तेमाल को लेकर भी एक बड़ा फैसला लिया गया। दरअसल, कोरोना के आने के बाद से ही क्रिकेट में बॉल पर थूक लगाने की इजाजत नहीं थी। गेंद चमकाने के लिए सिर्फ पसीने का इस्तेमाल होने लगा था। थूक लगाने पर लगाए गए इस बैन को अब स्थाई यानी Permanent कर दिया गया।
कैच आउट होने पर नया बल्लेबाज ही करेगा बैटिंग
कैच आउट के बाद नए बैटर के नियमों में बदलाव होंगे। नए नियम के मुताबिक किसी भी प्लेयर के आउट होने के बाद नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा। पहले नियम था कि अगर बल्लेबाज कैच के दौरान एंड चेंज कर लेता हैं तो पुराना बल्लेबाज भी बैटिंग कर सकता था। लेकिन अब ये नियम बदल जाएगा।
कोई व्यक्ति या जानवर मैदान में घुस आए तो…
कई बार ये देखने को मिलता है कि मैदान पर कोई व्यक्ति या भी जानवर एंट्री ले लेता है। ऐसा होने पर अब उसको डेड बॉल घोषित कर दिया जाएगा। ऐसा उस स्थिति में होगा जब इससे खेल पर असर पड़ रहा हो। पहले ऐसा होता था तो खेल कुछ देर के लिए रोक दिया जाता था।
फील्डर की गलत मूमवेंट पर लगेगी पेनाल्टी
फील्डिंग टीम का कोई सदस्य अगर गलत तरीके की मूमवेंट करता है, तो उसका नुकसान टीम को उठाना होगा। ऐसा करने पर बल्लेबाजी करने वाली टीम को पेनाल्टी के तौर पर 5 रन दिए जाएंगे। दरअसल, अब तक ऐसा होने पर उसे केवल ‘डेड बॉल’ से दंडित किया जाता था, जिससे बल्लेबाजी करने वाली टीम को ही नुकसान होता था, क्योंकि किसी अच्छे शॉट के रन नहीं माने जाते थे।
वाइड बॉल के भी नियम बदले
वाइड बॉल को लेकर भी नियम बदले गए। अब बल्लेबाज की पॉजिशन के हिसाब से ही वाइड गेंद नापी जाएगी ना कि स्टम्प की दूरी के हिसाब से। अगर बॉल बैटर के पास से गुजरती है और वो उसे खेलने में सक्षम है, तो अंपायर इसे सही गेंद मान सकता है। वहीं अगर बैटर बॉल नहीं खेल सकता, तो वो गेंद वाइड करार दी जा सकती है।
बैटर को इन बॉल को खेलने की होगी परमिशन
वहीं अब अगर कोई बॉल पिच के बाहर गिरेगी, तो उसे बैटर को खेलने की परमिशन तब तक मिलेगी जब तक वो बैटर या उसके बल्ले का कुछ हिस्सा पिंच के अंदर हो। वहीं अगर बैटर इससे आगे निकल गया, तो अंपायर इसे डेड बॉल करार दे सकता है। अगर कोई बॉल बैटर को पिच छोड़ने पर मजबूर कर दें, तो उसे नो बॉल माना जाएगा।