भारत और इंग्लैंड के बीच आज से तीसरा टेस्ट मैच मोटेरा स्टेडियम में खेला जाने वाला है। ये मैच काफी खास और यादगार होने वाला है। क्योंकि मुकाबला दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। अहमदाबाद का मोटेरा स्टेडियम काफी खूबसूरत और विशाल है। वैसे तो इस स्टेडियम को 1982 में बनाया गया था, लेकिन अब इसके दोबारा बनाने पर काम किया गया।
पिछले साल ही ये स्टेडियम दोबारा से बनकर तैयार हुआ। 2020 फरवरी में जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड भारत भारत आए थे, तो उनके ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम का हिस्सा भी यही स्टेडियम बना। आज मोटेरा स्टेडियम का उद्घाटन किया गया है और इसी के साथ ये मेलबर्न को पछाड़कर दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बन गया। तो आइए आपको दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम की कुछ बेहद ही खास बातों के बारे में बता देते हैं…
मेलबर्न स्टेडियम को पछाड़ा
मोटेरा स्टेडियम में ऐसी आधुनिक सुविधाएं हैं, जो इसे बाकी सभी स्टेडियमों में अलग बना देती है। पुराने वाले स्टेडियम में 53 हजार लोगों के बैठने की क्षमता थी। जबकि इस नवनिर्मित स्टेडियम में ये क्षमता बढ़कर एक लाख 10 हजार तक पहुंच गई है। मोटेरा ने मेलबर्न स्टेडियम को पीछे छोड़ दिया। मेलबर्न में एक लाख दर्शकों के बैठने की क्षमता है। हालांकि बुधवार से भारत-इंग्लैंड के बीच होने वाले मैच में कोरोना गाइडलाइन के चलते केवल 55 हजार लोगों को बैठने की इजाजत दी जाएगी।
जानिए स्टेडियम से जुड़ी खास बातें…
– स्टेडियम 63 एकड़ में बना है। जिस पर कुल खर्च 700 करोड़ रुपये का आया। स्टेडियम में 4 ड्रेसिंग रूम, एक ओलिंपिक साइज का स्वीमिंग पुल और 76 कॉरपोरेट बॉक्स है। मोटेरा में चार ड्रेसिंग रूम और तीन प्रैक्टिस ग्राउंड है। स्टेडियम में इनडोर और आउटडोर दोनों प्रैक्टिस की सुविधा है।
– इस मैदान का ड्रेनेज सिस्टम भी काफी बढ़िया है। बारिश बंद होने के 30 मिनट बाद ही इस स्टेडियम में खेल दोबारा से शुरू किया जा सकता है।
– ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। अधिकारी बताते हैं कि पीएम मोदी ने इसका आइडिया तब दिया था जब वो गुजरात क्रिकेट संघ के अध्यक्ष थे।
– 24 फरवरी यानी आज से खेलने जाने वाले डे-नाइट मैच के लिए यहां पर खास तरह की LED लाइट भी लगाई गई है।
– अब तक मोटेरा में 12 टेस्ट, 23 वनडे और एक टी-20 मैच खेला गया। 12 टेस्ट मैच में से भारत ने 4 में जीत हासिल की, जबकि 2 हारे। वहीं 6 मैच ड्रा रहे। वहीं बात वनडे की करें तो भारत ने 7 जीते और 8 में हार का सामना किया। वहीं इस स्टेडियम में खेले गए इकलौते टी-20 में भारत ने 2012 में पाक को हराया था।
– इसी मोटेरा स्टेडियम में सुनील गावस्कर ने टेस्ट मैचों में 10 हजार रनों के आंकड़ों को पार किया था। इसके अलावा कपिल देव ने इस मैदान पर ही 432वां लिया था और उस दौरान दुनिया से सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में सर रिचर्ड हेडली को पीछे छोड़ा था। 2009 में सचिन तेंदुलकर ने इसी स्टेडियम पर अपने 30 हजार इंटरनेशनल रन पूरे किए थे। इसके अलावा सचिन ने वनडे मैचों में अपने 18000 रन भी पूरे किए थे।
– मोटेरा के मैदान पर वर्ल्ड कप के मैच का आयोजन भी किया गया। इस पिच पर 1987, 1996 और 2011 के ICC वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप के मैचों का आयोजन हुआ।