भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगट बीते दिन पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल में पहुंच गई थी। लेकिन इस बीच एक और अपडेट आई है कि अब वह ओलंपिक में फाइनल मुकाबला नहीं खेल पाएंगी क्योंकि उनका वजन तय सीमा से ज्यादा हो गया है। दरअसल विनेश फोगट का वजन 50 किलो से करीब 100 ग्राम ज्यादा था। इसके कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है। प्रतियोगिता के नियमों के मुताबिक फोगट रजत पदक के लिए भी पात्र नहीं होंगी। लेकिन आपको बता दें कि जब कंगना को विनेश के फाइनल में पहुंचने की खबर मिली तो एक्ट्रेस ने उन्हें इस अंदाज में बधाई दी कि यह बधाई से ज्यादा ताना लग रहा था।
और पढ़ें: ओलंपिक में विवादों में घिरी अल्जीरियाई मुक्केबाज इमान खलीफ को है DSD, जो बन रहा है विवाद की जड़
जीत पर कंगना की तंज भारी तारीफ
वीणेश की जीत पर बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया दी है। कंगना रनौत ने अपने इंस्टाग्राम स्टेटस पर लिखा, “भारत के पहले गोल्ड मेडल के लिए फिंगर्स क्रॉस्ड। विनेश फोगट ने एक बार एक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था, जहां ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ का नारा लगाया गया था। दूसरी ओर, उन्हें भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर, सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण, कोच और सुविधाएं दी गई हैं। यह लोकतंत्र और एक महान नेता की सुंदरता है।”
विनेश फोगाट ने युसनेलिस गुजमान को हराया
विनेश फोगाट ने ओलंपिक कुश्ती स्पर्धा के 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल में जगह बनाई थी। उन्होंने सेमीफाइनल में युसनेलिस गुज़मैन को 5-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। विनेश फोगाट कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। विनेश फोगाट ने अपनी जीत के साथ इतिहास भी रच दिया है।
इस वजह से विवादों में आई थी विनेश फोगाट
आपको बता दें कि भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। उनके खिलाफ अभियान में विनेश फोगाट ने भी हिस्सा लिया था। विनेश का फाइनल में पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि मणि जा रही थी, क्योंकि 2016 रियो ओलंपिक के दौरान चोट लगने के बाद उन्हें हमेशा के लिए खेल से बाहर माना जा रहा था, लेकिन इस ओलिम्पिक में उन्होंने शानदार वापसी की थी।
पहलवानों के प्रदर्शन के बाद विपक्षी दल विनेश की जीत पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत की बहादुर बेटी को खून के आंसू रुलाने के लिए मजबूर करने वाली पूरी सत्ता संरचना उसके सामने ढह गई। चैंपियन वे होते हैं जो मैदान से जवाब देते हैं, यही वे हैं।