IPL 2022 लीग मैच खत्म होने के साथ प्लेऑफ की तरफ तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी तस्वीर पूरी तरीके से स्पष्ट नहीं हो पाई है। हालांकि इस साल के IPL की सबसे मजबूत टीम गुजरात पहले ही प्लेऑफ में क्वालीफाई कर चुकी है। इसके अलावा बीते दिन खेले गए मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स को हराकर लखनऊ भी IPL 2022 में क्वालिफाई करने वाली दूसरी टीम बन गई। अब बची है जगह तीसरे और चौथे नंबर की। तीसरे नंबर के लिए राजस्थान रॉयल्स की टीम ने प्लेऑफ में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली।
वहीं, प्लेऑफ (Playoff) के बचे एक स्थान के लिए कई टीमों के बीच जंग देखने को मिल रही है। चौथे नंबर के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) में कांटें की टक्कर मिल रही है। हालांकि दोनों टीमों को एक-दूसरे के विरुद्ध मैच नहीं खेलने हैं, लेकिन अपने-अपने अंतिम मुकाबले किसी भी हाल में जीतने हैं और दूसरी टीमों के मैच के नतीजों पर निर्भर रहना है। ये बात तो तय है कि RCB और DC में से एक ही टीम प्लेऑफ में क्वालीफाई कर पाएगी।
क्या है दोनों टीमों के प्लेऑफ समीकरण?
दोनों टीम रॉयल चैलेंजर बैंगलोर (RCB) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के अभी तक 13 मुकाबलों में 7 जीत के साथ 14 अंक हैं लेकिन नेट रन रेट के मामले में दिल्ली, बैंगलोर से आगे है। दिल्ली का नेट रनरेट +0.255 है जबकि बैंगलोर का नेट रन रेट -0.323 है, जो बैंगलोर के लिए चिंता की बात है। अगर ये दोनों टीमें अपने-अपने बचे एक मुकाबले में जीत दर्ज कर लेती है तब भी दिल्ली की टीम अपने प्लस नेट रन रेट की मदद से ही प्लेऑफ में क्वालीफाई करेगी, वहीं माइनस में नेट रन रेट होने के कारण बैंगलोर की टीम सीधे बाहर हो जाएगी।
बैंगलोर की टीम को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए अपने अंतिम मुकाबले में गुजरात से जीत करने के साथ-साथ ये भी दुआ करनी होगी कि 21 मई को खेले जाने वाले मुकाबले में मुंबई, दिल्ली को हरा दें, ताकि दिल्ली को 2 अंक ना मिले और वो 14 अंक पर रह जाए। वहीं इधर दिल्ली प्लेऑफ में पहुंचने के लिए चाहेगी कि गुजरात की टीम बैंगलोर को हरा दें, जिससे बैंगलोर 14 अंक पर रुक जाए और खुद दिल्ली अपना अंतिम मुकाबला मुंबई से जीत जाए।अब देखना दिलचस्प होगा कि RCB और DC में से कौन टीम प्लेऑफ में क्वालीफाई करने वाली अंतिम टीम बनेगी।
दिल्ली-बैंगलोर हारी तो…
हालांकि एक स्थिति ऐसी भी बन रही है कि अगर बैंगलोर और दिल्ली दोनों ही मुकाबले अपने-अपने अंतिम मुकाबले में हार गई तो? ऐसे हालातों में कौन-सी टीम प्लेऑफ में पहुंचेगी, ये देखना बेहद ही दिलचस्प रहने वाला है। क्योंकि बैंगलोर और दिल्ली के पास तो अभी 14-14 प्वाइंट हैं। इसके अलावा पंजाब और हैदराबाद भी अपना-अपना लास्ट मैच जीतकर 14 अंकों के साथ पहुंच सकती हैं। ऐसे में पूरा मामला नेट रनरेट पर आकर फंस जाएगा। जो भी टीम नेट रनरेट में बाजी मारेगी, वो प्लेऑफ में पहुंच जाएगी। अभी के समीकरण को देखें, तो दिल्ली का नेट रनरेट सबसे अच्छा है। ऐसे में 14 अंकों के साथ भी दिल्ली कैपिटल्स के प्लेऑफ में पहुंचने के चांस सबसे ज्यादा है।
IPL प्लेऑफ की रेस से चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस पहले ही बाहर हो चुकी हैं। वहीं कोलकाता नाइट राइडर्स भी बीते दिन खेले गए मैच में हारकर अपनी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद को पूरी तरह से तोड़कर रख दिया। हालांकि बाकी टीमें अभी प्लेऑफ की रेस का हिस्सा हैं। देखना होगा कि कौन सी टीम बाजी मारने में कामयाब होती हैं।
दिल्ली-बैंगलोर का प्रदर्शन
वैसे अगर टीम के फॉर्म की बात करें तो दिल्ली के सभी खिलाड़ियों की फॉर्म पिछले कुछ मुकाबलों में शानदार रही है। दिल्ली के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने मिलकर अच्छा प्रदर्शन किया है। वार्नर , शार्दुल ठाकुर , कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने अपने शानदार प्रदर्शन से अपनी टीम को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है। दिल्ली ने लगातार अपने पिछले दो मुकाबलों में जीत दर्ज की है। वहीं बैंगलोर टीम की फॉर्म टूर्नामेंट में निरंतरता में नहीं रह पाई है। टूर्नामेंट के पहले हाफ में भले ही टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन दूसरे हाफ में लड़खड़ा गई। टीम के बल्लेबाज या गेंदबाज अपने फॉर्म को बरकरार रखने में विफल साबित हुए है। बैंगलोर के लिए विराट कोहली की खराब फॉर्म सबसे ज्यादा चिंता का विषय है।
फाइनल का प्रेशर नहीं झेल पाती दोनों टीमें
IPL के 14 साल के इतिहास में आज तक बैंगलोर और दिल्ली ये दोनों ही टीमें एक बार भी इस बड़े टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम नहीं कर पाई। जिसका सबसे बड़ा कारण है कि ये दोनों टीमें फाइनल मुकाबले का प्रेशर नहीं झेल पाती और इतनी मुश्किल से फाइनल में पहुंचने के बाद भी बड़ी आसानी से मुकाबला अपने हाथों से गंवा देती है। बैंगलोर की टीम IPL इतिहास में 3 बार (2009 ,2011 ,2016 ) फाइनल में पहुंची है, जिसमें 2009 में उसे डेक्कन चार्जर हैदराबाद, 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स और 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों करारी शिकस्त मिली हैं।
अगर बात करें दिल्ली की तो इसकी भी हालत बैंगलोर की टीम से जरा भी कम नहीं है। ये टीम भी अपना पहले IPL का खिताब जीतने को तरस रहीं है। दिल्ली की टीम 2020 में पहली बार IPL के फाइनल में पहुंची थी , जहां उसे मुंबई के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। ना जाने इन दोनों टीमों का IPL खिताब जितने का सूखा कब खत्म होगा?