टोक्यो ओलंपिक 2020 का समापन हो गया है। यूनाइडेट स्टेट ने सबसे ज्यादा मेडल अपने नाम किए हैं और इस सूची में 39 गोल्ड, 41 सिल्वर और 33 ब्रॉन्ज मेडल के साथ पहले स्थान पर है। वहीं, कुल 88 मेडल (38 गोल्ड, 32 सिल्वर, 18 ब्रॉन्ज) के साथ चीन दूसरे और 58 मेडल (27 गोल्ड, 14 सिल्वर, 17 ब्रॉन्ज) के साथ जापान तीसरे स्थान पर है।
भारत सबसे ज्यादा मेडल लाने वालों की सूची में 48 वें स्थान पर है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत को 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल मिले। भारत को वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल दिलाया।
इसी बीच खबर है कि इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी को ओलंपिक प्रोग्राम से किसी खेल को हटाने के लिए अधिकार दिए गए हैं। जिसके बाद इस बात की चर्चा तेज है कि जिन खेलों में नियमों का ज्यादा उल्लंघन होता दिख रहा है कि उन्हें पेरिस ओलंपिक 2024 से हटाया जा सकता है।
वेटलिफ्टिंग पर होगा एक्शन!
खबरों के मुताबिक अगर कोई खेल आईओसी के कार्यकारी बोर्ड के फैसलों का पालन नहीं करता है या ऐसे काम करता है जिससे ओलंपिक की छवि धूमिल होती है तो आईओसी उस खेल को ओलंपिक कार्यक्रम से हटा सकती है। वेटलिफ्टिंग और बॉक्सिंग में काफी पहले से ही ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। जिसे लेकर स्थिति गंभीर होती दिख रही है।
वेटलिफ्टिंग में लंबे समय से डोपिंग के मामले सामने आ रहे हैं। आईओसी को मिले स्पेशल राइट्स के बाद इस बात की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि डोपिंग और संचालन संबंधी मसलों के कारण वेटलिफ्टिंग को पेरिस ओलंपिक 2024 से हटाया जा सकता है।
बॉक्सिंग और वेटलिफ्टिंग में भारत को मिला है मेडल
इससे पहले टोक्यो गेम्स की बॉक्सिंग को साल 2019 में ही अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के कंट्रोल से हटा दिया गया था। आईओसी इस बार वेटलिफ्टिंग को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती है। बताते चले कि वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने भारत को सिल्वर मेडल दिलाया है। वहीं, लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में देश को मेडल दिलाया है। ऐसे में अगर आईओसी की ओर से इस पर कड़ा फैसला लिया जाता है तो भारत समेत तमाम देशों के खिलाड़ियों पर इसका असर देखने को मिल सकता है।