भारतीय टीम शिखर धवन की कप्तानी में श्रीलंका दौरे पर है। टीम में युवा खिलाड़ी और कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को जगह मिली है। युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के कंबिनेशन से टीम काफी खतरनाक नजर आ रही है।
इस दौरे पर टीम से बाहर चल रहे कई खिलाड़ियों को जगह मिली है। खतरनाक स्पीनर गेंदबाज यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव भी श्रीलंका दौरे पर टीम में शामिल किए गए हैं। दोनों ही खिलाजड़ियों को लंबे समय से टीम में जगह नहीं मिली है।
पिछले दिनों कुलदीप यादव ने स्पष्ट किया था कि वह इस दौरे पर बेहतरीन प्रदर्शन कर जबरदस्त वापसी करने की पूरी कोशिश करेंगे। इसी बीच यजुवेंद्र चहल ने भी स्पष्ट किया है कि वह अपनी गेंदबाजी विविधताओं पर काम कर रहे हैं।
वैरिएशन पर ध्यान लगा रहे युजी
भारत के श्रीलंका दौरे के टाइटल प्रायोजक की घोषणा के लिए आयोजित वर्चुएल प्रेय कांफ्रेंस में यजुवेंद्र चहल ने यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘मेरे पास कुछ वैरिएशन (विविधतापूर्ण गेंदबाजी) हैं और मैं सिर्फ उन्हीं पर ध्यान लगा रहा हूं, बाकी गेंदों पर नहीं। इस सीरीज में आपको अधिक आत्मविश्वास से भरा युजी दिखेगा। मैं सिर्फ अपने कोणों पर काम कर रहा हूं और अधिक गेंदबाजी करने का प्रयास कर रहा हूं।‘
नवंबर 2020 में खेला था आखिरी वनडे मुकाबला
लंबे समय बाद एकदिवसीय क्रिकेट में वापसी करने वाले चहल का ध्यान पूरी तरह से श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज पर टिकी हुई है। पिछले साल नवंबर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मुकाबला खेलने वाले युजी ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मेरी फॉर्म में गिरावट आई थी या ऐसा कुछ हुआ था। आप प्रत्येक मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकते। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा, यह सीरीज मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं गेंदबाजी कोच के साथ बात करता रहता हूं. अब मैं आश्वस्त हूं… मेरा ध्यान अभी सिर्फ इस सीरीज पर है। पिछले साल कम क्रिकेट खेला गया लेकिन यह हमारे हाथों में नहीं है। जो भी सीरीज हो रही है हमें उसमें प्रदर्शन करना होगा। इसके बाद मेरा ध्यान आईपीएल और फिर टी20 विश्व कप पर होगा।‘
युजी को द्रविड़ से मिली सलाह
यजुवेंद्र चहल ने टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ की ओर से मिली सुझावों को लेकर कहा, ‘उन्होंने कहा कि जो भी करना चाहते हो वह करो लेकिन जो भी कर रहे हो उसे लेकर पूरी तरह एकाग्र रहो। उन्होंने मुझे कहा कि तुम टीम के सीनियर खिलाड़ी हो और तुम्हें टीम में शामिल युवाओं का मार्गदर्शन करने की जरूरत है।‘ चहल ने कहा कि पिछले छह महीने में सिर्फ टी20 में खेलने के बावजूद वनडे से सामंजस्य बैठाने में समस्या नहीं होगी।