टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने कप्तानी में कई खिलाड़ियों के खेल को निखारा, जिससे उनकी किस्मत बदल गई। आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, यजुवेंद्र चहल, सुरेश रैना, दीपक चाहर समेत कई खिलाड़ी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर धोनी की तारीफ कर चुके हैं।
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और एम एस धोनी की दोस्ती जग जाहिर है। दोनों ही मौजूदा समय में चेन्न सुपर किंग्स का हिस्सा है। आईपीएल के पहले सीजन से ही दोनों इस फ्रेंचाइजी के साथ जुड़े हुए हैं। पिछले साल धोनी के संन्यास लेने के तुरंत बाद सुरेश रैना भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
उतार-चढ़ाव से भरा रहा रैना का करियर
सुरेश रैना का अंतरराष्ट्रीय करियर काफी लंबा चला और उतार चढ़ाव से भरा रहा। कई लोगों का और क्रिकेट पंडितों का कहना है कि एम एस धोनी की वजह से उनका करियर लंबा चला। यह बात कहीं न कहीं सुरेश रैना को काफी चुभती है। सुरेश रैना ने अपनी किताब बिलीव में इन सभी बातों पर खुल कर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
‘अपनी काबिलियत से मैं टीम का हिस्सा था’
सुरेश रैना ने लिखा, ‘कहा जाता है कि मुझे धोनी की वजह से टीम इंडिया में मौके मिले हैं लेकिन मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मैं अपनी काबिलियत की वजह से टीम इंडिया का हिस्सा था। बहुत दुख होता है जब लोग हमारी दोस्ती को मेरी टीम इंडिया में जगह पाने से जोड़ते हैं।‘
पूर्व क्रिकेटर ने आगे लिखा, ‘धोनी जानते थे कि मुझसे बेस्ट प्रदर्शन कैसे करवाया जा सकता है और मैंने उनपर भरोसा किया। मैंने हमेशा टीम इंडिया में अपनी जगह अपने खेल से हासिल की है ठीक वैसे ही जैसे मैंने एम एस धोनी का भरोसा और सम्मान हासिल किया है।‘
इंटरनेशनल क्रिकेट में रैना का करियर
बता दें, सुरेश रैना ने देश के लिए टेस्ट, वनडे और टी20 में कई मुकाबले खेले। वह देश के लिए तीनों फॉर्मेट में सेंचुरी बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 1 सेंचुरी और 7 हाफ सेंचुरी की मदद से 768 रन बनाए। वनडे इंटरनेशनल में रैना ने 226 मैच खेले। जिसमें उन्होंने 5 शतक और 36 अर्धशतक की मदद से 5,615 रन बनाए। वहीं, 78 टी20 मुकाबले में रैना ने 1605 रन बनाए। जिसमें 1 सेंचुरी और 5 अर्धशतक शामिल है।