भारतीय टीम मौजूदा समय में दो देशों में अलग-अलग कप्तान और अलग-अलग कोच के साथ गई है। इंग्लैंड में भारतीय टीम टेस्ट सीरीज खेलने वाली है तो श्रीलंका में व्हाईट बॉल का दो टूर्नामेंट खेला जाना तय है। शिखर धवन के नेतृत्व में युवा खिलाड़ियों को श्रीलंका दौरे पर भेजा गया है और राहुल द्रविड़ को टीम का हेड कोच नियुक्त किया गया है।
बताया जा रहा है कि टी20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल खत्म हो जाएगा, जिसके बाद भारतीय क्रिकेट ऑफ कंट्रोल बोर्ड टीम का कमान राहुल द्रविड़ को सौंप सकता है। राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के अगले हेड कोच हो सकते हैं, जिसे लेकर चर्चाएं शुरु हो गई है।
कई पूर्व क्रिकेटरों ने राहुल द्रविड़ के नाम की वकालत भी की है। इसी बीच पूर्व भारतीय खिलाड़ी और देश को पहला आईसीसी ट्रॉफी दिलाने वाले कपिलदेव ने भी इस मसले पर अपनी बात रखी है।
कपिल देव ने दी प्रतिक्रिया
एक प्राइवेट न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान कपिल देव ने रवि शास्त्री के पक्ष में अपनी बातें रखी। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता हमें इस बारे में बात करनी चाहिए। श्रीलंका दौरा खत्म होने दें, टीम का जो परफॉर्मेन्स रहेगा उसके आधार पर फिर हम बात कर सकते हैं। अगर हम नया कोच तलाश रहे हैं, तो इसमें कुछ गलत नहीं है। लेकिन अगर रवि शास्त्री बतौर कोच अच्छा काम कर रहे हैं तो मुझे उन्हें हटाने की कोई वजह नहीं दिखती। अब ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन उससे पहले इस पर बात करना अपने कोच और खिलाड़ियों पर बेवजह दबाव बनाने वाला होगा।’
उन्होंने भारतीय टीम में युवा खिलाड़ियों को मिल रहे मौके को लेकर खुशी जताई। कपिलदेव ने कहा, ये देखकर अच्छा लग रहा है कि युवा खिलाड़ियों को ज्यादा मौके मिल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ये इस टीम इंडिया की ताकत है। इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता कि हम एक ही वक्त पर दो टीम बनाकर दो देशों में खेलें और जीतें। अगर युवाओं को मौके मिलते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं। लेकिन ये टीम मैनेजमेंट को फैसला करना होगा कि क्या वो दोनों टीनों के दबाव को किस तरह से कम करते हैं, उसे हैंडल करते हैं।‘
द्रविड़ और शास्त्री दोनों हैं बेहतर
बताते चले कि शिखर धवन के नेतृत्व में और राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे और टी20 सीरीज खेलने वाली है। वहीं, विराट कोहली की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने वाली है।
बतौर कोच राहुल द्रविड़ ने इंडिया ए टीम और अंडर 19 टीम के खिलाड़ियों को निखारा है। अब उन्हें इंटरनेशनल टीम के खिलाड़ियों की कोचिंग की बागडोर दी गई है। वहीं, अगर रवि शास्त्री की कोचिंग की बात करें तो आईसीसी टूर्नामेंट्स के इतर हर जगह टीम ने झंडे गाड़े हैं।