इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 15) के हर मैच के साथ टूर्नामेंट का रोमांच बढ़ता ही चला जा रहा है। मुकाबलों में टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। हर टीम मैच जीतने के लिए अपनी पूरी जी-जान लगाती नजर आ रही है। इस दौरान क्रिकेट के दीवानों को रोमांच से भरे ये मुकाबले काफी पसंद आ रहे हैं।
रोमांच से भरा रहा RR vs DC का मुकाबला
ऐसे ही एक दिलचस्प मुकाबला खेला गया, बीते दिन राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच (RR vs DC)। इस मुकाबले में जीत हासिल करके राजस्थान की टीम प्वाइंट्स टेबल में नंबर 1 पर आ गई। वैसे तो ये पूरा मैच ही काफी इंटरेस्टिंग रहा। जॉस बटलर की शानदार सेंचुरी से लेकर राजस्थान का 222 तक बड़ा स्कोर करना, सबकुछ ही काफी रोमांचक था।
आखिरी ओवर में हुआ भारी ड्रामा
हालांकि मैच के लास्ट ओवर में जो हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, वो काफी सुर्खियां बटोर रहा हैं। अंपायर द्वारा नो बॉल नहीं देने पर ऋषभ पंत का खेल रुकवाना और अपने खिलाड़ियों को वापस बुलाना…मैच के आखिरी ओवर में काफी ड्रामा देखने को मिला। कई लोग इस दौरान ऋषभ पंत को गलत ठहराते और उन पर खेल भावना का उल्लंघन करने का आरोप लगा रहे हैं, तो कुछ लोग अंपायरिंग पर सवाल खड़े हैं।
पहले जान लेते हैं कि आखिरी ओवर में हुआ क्या था? मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान ने 222 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया, जिसका पीछा करने के लिए दिल्ली ने पूरी जी-जान लगा दी। दिल्ली कैपिटल्स को आखिरी 6 गेंदों पर जीत के लिए 36 रनों की जरूरत थी। इस दौरान क्रीज पर थे। दिल्ली के तब तक 7 विकेट गिर चुके थे।
नो बॉल नहीं देने पर चढ़ा पंत का पारा
आखिरी ओवर में क्रीज पर मौजूद थे रोवमैन पॉवेल और कुलदीप यादव। बॉलिंग कर रहे थे ओबेद मैककॉय। आखिरी ओवर की पहली तीन गेंदों पर तीन छक्के जड़कर एक तरह से दिल्ली की उम्मीद जगा दी। लेकिन फिर शुरू हुआ विवाद। गेंदबाज ओबेड मैककॉय ने जो तीसरी बॉल डाली थी, वो फुल टॉस थी। दिल्ली कैपिटल्स की ओर से इसे नो-बॉल देने की मांग की गई। हालांकि मैदानी अंपायर ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
दिल्ली के खिलाड़ी की तरफ से बार-बार नो-बॉल के लिए थर्ड अंपायर से चेक कराने की मांग की जा रही थी, लेकिन नियम के मुताबिक मैदानी अंपायर फैसला नहीं बदल सकते थे। फिर इसको लेकर कप्तान ऋषभ पंत का पारा चढ़ गया और वो क्रीज पर मौजूद दोनों बल्लेबाजों रोवमैन पॉवेल और कुलदीपर यादव को इशारे से मैदान से बाहर बुलाने लगे। खेल थोड़ी देर के लिए रुक गया। हालांकि इस दौरान बल्लेबाज मैदान छोड़कर नहीं आए।
वहीं इस बीच दिल्ली के असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे मैदान में घुस गए और अंपायर से बहस भी करने लगे। इससे माहौल और गंभीर बन गया। इसके बाद भी अंपायर ने थर्ड अंपायर से मदद नहीं मांगी और आमरे को मैदान से बाहर जाने को कहा। आमरे मैदान के बाहर गए और फिर इसके बाद आगे का मैच खेला गया। हालांकि जब मैच फिर से शुरू हुआ तब तक पॉवेल की लय बिगड़ गई थी और अपनी टीम को जीत दिलाने में कामयाब नहीं रहे। इसी के साथ दिल्ली ये मैच 15 रनों से हार गईं।
पंत-शॉर्दुल और कोच को मिली सजा
वहीं इस बर्ताव के लिए अब ऋषभ पंत को बड़ी सजा दी गई है। उन पर मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना लगाया गया। पंत ने आरोप और जुर्माने को स्वीकार भी कर लिया। बता दें कि पंत IPL आचार संहिता के लेवल-2 के तहत आर्टिकल 2.7 नियम के उल्लंघन के दोषी पाए गए हैं। इसके अलावा शार्दुल ठाकुर पर भी जुर्माना लगाया गया। उन पर मैच फीस का 50% जुर्माना लगा।
एक मैच का बैन भी लगाया
इसके साथ ही दिल्ली टीम के असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे को बड़ी सजा दी गई। उन पर भी मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया और इसके साथ ही अगले एक मैच के लिए बैन भी कर दिया गया है। आमरे को IPL आचार सहिंता के लेवल-2 के तहत आर्टिकल 2.2 नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया।
अंपायरिंग पर भी उठे सवाल
हालांकि नो बॉल को लेकर भी काफी विवाद हो रहा है। दरअसल, बॉल पॉवेल की कमर के आस-पास थीं। कई लोग गलत अंपायरिंग पर सवाल खड़े कर रहे हैं।