इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2021) में जिस दिन का इंतेजार फैंस लंबे समय से कर रहे थे, वो अब नजदीक आ ही गया। कल यानी शुक्रवार को IPL 14 का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। 6 टीमों को पछाड़ती हुईं 2 टीमें चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स IPL 2021 के फाइनल में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुईं। बुधवार को क्वालिफायर 2 मैच में दिल्ली कैपिटल्स को हराकर KKR ट्रॉफी जीतने की रेस में एक कदम आगे बढ़ गई।
कल मिल जाएगा IPL 2021 का विजेता
अब कल 15 अक्टूबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम के मैदान पर KKR और CSK आईपीएल 2021 के खिताब के लिए आमने सामने होंगे। जहां CSK की नजर अपनी चौथी IPL ट्रॉफी पर होगी, तो वहीं 7 सालों के बाद फाइनल में पहुंचने वाली KKR भी अपनी तीसरी ट्रॉफी जीतना चाहेगी। चेन्नई सुपर किंग्स ने 2010, 2011 और 2018 में आईपीएल का खिताब अपने नाम किया। वहीं KKR अब तक दो बार 2012 और 2014 में इस टूर्नामेंट की विजेता रहीं।
2012 के फाइनल में भी पहुंची थीं CSK और KKR
वैसे ऐसा पहली बार नहीं होगा, जब फाइनल मुकाबले में CSK और KKR भिड़ती हुई नजर आएगीं। 9 साल पहले भी ये दोनों टीमें आईपीएल के फाइनल में पहुंची थीं। तब चेन्नई की कप्तानी की कमान तो धोनी ही संभाल रहे थे। वहीं गौतम गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स के कैप्टन थे और उन्होंने अपनी टीम को जीत भी दिलाई थीं।
अब जब एक बार फिर IPL के खिताबी मुकाबले में चेन्नई और कोलकाता की टक्कर होने जा रही है, तो आइए ऐसे में एक बार 9 साल पुरानी उन यादों को भी ताजा कर लें, जब ये दोनों टीमें फाइनल में भिड़ी थीं। आइए जानते हैं कैसा था वो मुकाबला…
कुछ ऐसा था वो मैच
साल 2012 में हुए IPL के दौरान चेन्नई भले ही टॉस जीतने में कामयाब हुई हो, लेकिन वो खिताब नहीं जीत सकी। इस मैच में CSK ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला लिया। शुरूआत टीम को काफी अच्छी मिली थीं। पहली विकेट के लिए मुरली विजय और माइक हसी की जोड़ी ने 87 रनों की साझेदारी बना ली थीं। लेकिन इसके बाद मुरली विजय 42 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने रजत भाटिया की बॉल पर शाकिब अल हसन को कैच पकड़ा दिया और ये साझेदारी टूट गई।
फिर मैदान में आए सुरेश रैना। माइक हसी के साथ मिलकर उन्होंने चेन्नई की पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 17 ओवर में 160 रन बना लिए थे। इसके बाद जैक कैलिस ने हसी का विकेट लिया। हसी ने 43 गेंद में 54 रनों की पारी खेली थीं। उनके आउट होने के बाद कप्तान धोनी आए। धोनी और रैना ने मिलकर आगे टीम की बल्लेबाजी संभाली और टीम को 190 रन के स्कोर तक पहुंचाया। हालांकि पारी की आखिरी बॉल पर सुरेश रैना भी आउट हो गए थे। सुरेश रैना ने इस मुकाबले में 38 गेंद में 73 रन बनाएं और धोनी ने 9 बॉल पर 14 रन।
चेन्नई ने मुकाबले में कोलकाता को 191 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसका पीछा करने मैदान में उतरी KKR को अच्छी शुरूआत नहीं मिली थीं। पहले ही ओवर में टीम को बहुत बड़ा झटका लगा और कप्तान गौतम गंभीर 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे। गंभीर के आउट होने के बाद मनविंदर बैसला और जैक कैलिस ने KKR की पारी को संभाला। दूसरे विकेट के लिए KKR ने 136 रन की साझेदारी बना ली थी। बैसला ने 27 गेंद में अपना अर्धशतक जड़ दिया था। फिर 15वें ओवर में चेन्नई को बढ़ी सफलता मिलीं और बैसला 89 रनों की पारी खेलकर आउट हो गए।
फिर बल्लेबाजी करने मैदान में उतरे लक्ष्मी रतन शुक्ला को ड्वेन ब्रावो ने चलता कर दिया। 18वें ओवर की पहली बॉल पर युसूफ पठान भी आउट हो गए। इसके बाद 19वें ओवर में भी KKR को एक और झटका लगा और 69 रन की पारी खेलकर कैलिस पवेलियन लौट गए।
कैलिस के आउट होने के बाद जीत के लिए KKR को जीत के लिए 7 बॉल में 15 रनों की जरूरत थी। तब मैदान पर थे मनोज तिवारी और शाबिक अल हसन। उस दौरान हेलफेनाज ने अपने ओवर की लास्ट बॉल पर वो कर दिया, जो चेन्नई को काफी भारी पड़ गया। दरअसल, तब उन्होंने नो बॉल डाल दी थीं और उस गेंद पर कुल 7 रन चले गए थे। जो चेन्नई की हार की एक बड़ी वजह भी बना।
इस बॉल के बाद कोलकाता को आखिरी ओवर में जीत के लिए 8 रनों की जरूरत थी। तब धोनी ने ड्वेन ब्रावो के हाथों में गेंद थमाई थीं। पहली दो गेंद पर ब्रावो ने एक-एक रन दिया। इसके बाद मनोज तिवारी ने अगली दो बॉल पर लगातार दो चौके लगाए और अपनी टीम के सिर IPL 2012 का ताज सजा दिया।
अब किसके सिर सजेगा ताज?
कुछ ऐसा हुआ था जब IPL के फाइनल में चेन्नई और कोलकाता आमने सामने थे। हालांकि इस बात को 9 साल हो गए है और अब तक दोनों टीमें भी काफी बदल चुकी हैं। चेन्नई में एमएस धोनी, सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा, ड्वेन ब्रावो वो खिलाड़ी हैं, जो 2012 में टीम का हिस्सा थे और आज भी हैं। वहीं KKR की टीम में शाकिब अल हसन और सुनील नरेन भी अबतक टीम में शामिल हैं। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार IPL 2021 के इस खिताबी मुकाबले में कौन सी टीम किस पर भारी पड़ती है?