Sikhism in Portugal: पुर्तगाल में सिख समुदाय एक अल्पसंख्यक धर्म है, लेकिन समय के साथ इसमें तेज़ी से वृद्धि हुई है। वर्तमान में पुर्तगाल में लगभग 35,000 सिख रहते हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। समुदाय ने पुर्तगाल में कृषि, निर्माण कार्य और व्यवसायों में अपनी उपस्थिति स्थापित की है और इसके सदस्य देश के विभिन्न हिस्सों में फैले हुए हैं।
सिखों का पुर्तगाल में आगमन- Sikhism in Portugal
पुर्तगाल में सिख धर्म का इतिहास 1990 के दशक से शुरू होता है, जब पुर्तगाल ने यूरोपीय संघ में शामिल होने के बाद अपनी आप्रवासन नीतियों को लचीला किया। 1986 में यूरोपीय संघ का सदस्य बनने और 1995 में शेंगेन क्षेत्र में शामिल होने के बाद, पुर्तगाल में भारतीय उपमहाद्वीप से कई आप्रवासी पहुंचे। खासकर, सिख समुदाय के सदस्य यहां कृषि, निर्माण और पर्यटन क्षेत्रों में काम करने के लिए पहुंचे।
सिखों का पुर्तगाल में आगमन मुख्य रूप से उस समय हुआ जब पुर्तगाल में निर्माण का उभार था और श्रमिकों की कमी थी। 1990 के दशक के अंत तक, पंजाब से आए कई सिखों ने पुर्तगाल में अपनी नई ज़िंदगी की शुरुआत की, और पुर्तगाल के विभिन्न शहरों में भारतीय रेस्टोरेंट्स और व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने लगे।
पुर्तगाल में सिखों की जनसंख्या और स्थायित्व
सिखों की संख्या पुर्तगाल में बढ़ती रही, और 2007 में यह संख्या लगभग 5,000 के आसपास थी। 2010 में, पुर्तगाल में सिख धार्मिक नेताओं का अनुमान था कि यह संख्या बढ़कर 10,000 हो चुकी थी। 2024 में, भारतीय दूतावास ने पुष्टि की कि पुर्तगाल में लगभग 35,000 सिख रहते हैं, जो एक महत्वपूर्ण संख्या है और इसे भारतीय समाज की एक बड़ी भागीदारी माना जाता है।
गुर्दवारे और धार्मिक गतिविधियां
पुर्तगाल में सिख धर्म का पालन करने वाले लोग अपनी धार्मिक गतिविधियों के लिए गुर्दवारे जाते हैं। पुर्तगाल में तीन प्रमुख गुर्दवारे हैं, जो सिखों के लिए धार्मिक आस्था और पूजा का केंद्र हैं। इनमें शामिल हैं:
- गुर्दवारा सिख संगत साहिब, लिस्बन
- गुर्दवारा श्री गुरु तेग बहादुर, अल्बुफेरा
- गुर्दवारा श्री गुरु नानक देव जी, पोर्टो
इन गुर्दवारों में नियमित रूप से पूजा अर्चना, कीर्तन और अन्य धार्मिक कार्यक्रम होते हैं। इसके अलावा, हर साल पुर्तगाल में वैसाखी के अवसर पर नगर कीर्तन जैसे धार्मिक उत्सव आयोजित होते हैं। 2022 में, पोर्टो शहर में वैसाखी नगर कीर्तन में 2,000 सिखों ने भाग लिया था, जो सिख समुदाय की बढ़ती उपस्थिति का संकेत है।
कानूनी पहचान और समुदाय की पहचान
2008 में, पुर्तगाली पुलिस ने एक सिख व्यक्ति को उसके किरपान (धार्मिक कृपाण) के साथ गिरफ्तार नहीं किया, भले ही उसकी धारा कानूनी सीमा से अधिक थी। पुलिस ने इसे धार्मिक पहचान के रूप में स्वीकार किया, जो कि पुर्तगाल में सिख समुदाय के धार्मिक अधिकारों को मान्यता देने का एक महत्वपूर्ण उदाहरण था।
पुर्तगाल में सिखों का योगदान और भविष्य
पुर्तगाल में सिखों का योगदान कृषि, निर्माण और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण रहा है। इसके अलावा, सिख समुदाय ने पुर्तगाल की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता में भी योगदान दिया है। पुर्तगाल में सिख समुदाय की स्थिति और सिख धर्म का प्रचार-प्रसार न केवल इस देश में, बल्कि यूरोप के अन्य हिस्सों में भी बढ़ रहा है।
यहां का सिख समुदाय अब अपने धार्मिक और सामाजिक कर्तव्यों के साथ-साथ पुर्तगाल की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में भी भागीदार बन चुका है। भविष्य में, यह समुदाय और भी विस्तृत रूप से पुर्तगाल के समाज में अपनी जगह बनाए रखेगा और विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रहेगा।