उत्तर प्रदेश में चुनाव का माहौल है। दो चरण के मतदान संपन्न हो गए। वहीं पांच चरणों में वोटिंग अभी भी बाकी हैं। उत्तर प्रदेश चुनावों वाराणसी काफी अहम हैं। काशी आस्था की नगरी, बाबा विश्वनाथ का धाम और गंगा की पावन धरती है। साथ ही ये प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र और सियासत का प्रमुख केंद्र भी माना जाता है। देश-प्रदेश की राजनीति में काशी काफी अहम भूमिका निभाती आई है। यहीं से पूर्वांचल की राजनीति सधती है।
वाराणसी में आखिरी चरण में मतदान होने हैं यानी यहां 7 मार्च को वोटिंग होगीं। ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर वाराणसी के वोटरों का मिजाज क्या है? काशी की जनता इस बार क्या कहती हैं? वो BJP की सत्ता में वापसी कराएगी या फिर बदलाव का रूख करेगी।
यही जानने के लिए हमारी नेड्रिक न्यूज की टीम भी वाराणसी पहुंची। जहां हमने अलग अलग जगह जाकर काशी की जनता से चुनाव को लेकर सवाल और वहां के माहौल को जानने की कोशिश की। वहीं इस दौरान हमारी मुलाकात हुई एक ऐसे शख्स से, जिन्हें काशी की आवाज कहा जाता है। उनकी आवाज में एक अलग ही जादू हैं। हम बात कर रहे हैं भौमी निषाद की।
भौमी निषाद वैसे तो नांव चलाते हैं। उनकी आवाज सुनकर ऐसा लगता है जैसे मानो उनके गले को मां सरस्वती का वरदान प्राप्त हो। भौमी निषाद अपनी नाव में जब किसी पर्यटक को नौका विहार कराते हैं, तो वो इसके साथ साथ लोकगीत और ठुमरी सुनाकर दिल जीत लेते हैं। भौमी निषाद से हमने उनकी मुधर आवाज में लोकगीत तो सुने ही, इसके साथ ही साथ बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी और यहां की राजनीति से जुड़े कई सवाल भी किए। हमने बनारस को उनके नजरिए से जानने की कोशिश की।
भौमी निषाद कहते हैं कि काशी के कोतवाल काल भैरव की मर्जी के बिना कोई यहां कोई घुस नहीं सकता। उन्होंने काल भैरव को गुरु बताते हुए कहा कि यहां काशी भैरव, विश्वश्वर और केदारखंड। उन्होंने कहा कि केदारखंड सबसे बड़ा खंड हैं। अगर आप केदारघाट में आकर वहां के दर्शन करते हैं, तो वहां आपको सबके दर्शन मिल जाएंगे। यहां की मान्यता बहुत है।
भौमी निषाद ने कहा कि काशी एक चुंबक की तरह है, जो यहां आता है उसका वहां से जाने का मन नहीं करता। ये वो जगह है जो सबको अपना लेता है।
भौमी निषाद से वाराणसी की राजनीति, यूपी चुनावों और चुनाव के मुद्दों पर भी हमने उनसे कई सवाल जवाब किए। इस दौरान वो प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खूब तारीफें करते दिखाई दिए। भौमी निषाद ने कहा कि मोदी-योगी जी ने जो किया, वो हर कोई करने वाला नहीं। उन्होंने यहां विकास भी किया। लोगों को खाना दिया। कभी किसी सरकार ने ऐसा नहीं किया। भोषी निषाद ने महंगाई तो एक मुद्दा तो माना, लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सरकार के बढ़िया काम को देखें। जो अच्छा काम करती हैं, उसे जिताएं। उन्होंने ये भी कहा कि काशी में इस बार बीजेपी ही लहर हैं।
वहीं कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गंगा में तैरती लाशों पर भौमी निषाद पर भी अपनी राय रखीं। उन्होंने क्या कुछ आप यहां देखें…