लोकतंत्र का मंदिर कहे जाने वाले संसद अब नया रूप में नजर आएगा. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई 2023 को नवनिर्मित संसद भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे. लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, नए संसद भवन का निर्माण अब पूरा हो गया है. नया भवन आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक है और यह चार मंजिला नए संसद भवन में मंत्रियों और पार्टियों का ही नहीं, सांसदों का भी अपना कमरा होगा. पुराने संसद के मुकाबले इसमें सबकुछ बदला-बदला नजर आएगा. संसद से जुड़े मार्शल और कर्मचारी राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) की डिजाइन की हुई नई वेशभूषा में नजर आएंगे, वहीं देश में बने नए संसद भवन को लेकर आम जनता से अपनी राय दी है.
संसद भवन है हमारे देश की शान
दरअसल, नेड्रिक न्यूज ने जनता के बीच जाकर नए पार्लियामेंट को लेकर सवाल किया. हमारे रिपोर्टर ने बताया कि इस नए संसद भवन को बनाने का प्रस्ताव कांग्रेस की सरकार ने रखा था और इसका बजट 3 हज़ार करोड़ तय किया गया जिसके बाद 5 अगस्त 2019 को लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया गया और इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्यास किया और अब इस संसद का कम पूरा ह गया और इसका खर्चा 971 करोड़ आया है. जिसको लेकर विपक्ष सरकार पर निशाना साधा है और इससे फिजूलखर्ची बताया है. वहीं इस फिजूलखर्ची को लेकर हमारे रिपोर्टर ने सवाल किया कि जिस पर एक शख्स ने जवाब दिया है कि संसद भवन हमारे देश की शान है और शान के लिए पैसा खर्च हो रहा तो ये कोई फिजूलखर्ची नहीं है.
जनता ने बताया बदलाव है जरुरी
वहीं इस शख्स ने भी कहा कि ये कांग्रेस बताया कि क्या फिजूलखर्ची हुई है. वहीँ रिपोर्टर ने सवाल किया कि क्यों जरूरत पड़ी नए संसद भवन की तो इसका जवाब देते हुए इस शख्स ने कहा कि अभी का जो पार्लियामेंट है वो 200 साल पुराना है और अब देश में सब बदला जा रहा हैं तो ये भी बदलना जरुरी है. इसी के साथ एक शख्स ने कहा कि हमें इसकी जरूरत नहीं थी जब हमरे पास पुराना है और काम चल रहा है तो ये फिजूलखर्ची है.
नया संसद बीजेपी की विचारधारा की है राजनीती
इसी के साथ एक शख्स ने कहा कि अगर नए संसद का उद्घाटन किया जा रहा है तो भीम राव अम्बेडकर जी जयंती पर करते ये बीजेपी की विचारधारा की राजनीती है. इसी के साथ इस शख्स ने ये भी कहा प्रधनामंत्री मोदी नहीं है प्रधनामंत्री मोहन भगवत हैं. वहीँ शख्स ने ये भी जो पाकिस्तान का हाल है वो हमारे देश का भी होने वाला है. वहीं एक शख्स ने ये भी कहा कि अपने लिए सबके लिए किया है तो ये फिजूलखर्ची नही है. इसी के साथ कई लोगों ने नए पार्लियामेंट को फिजूलखर्ची नहीं बताया उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस के आरोप वो गलत हैं.
Also Read- Exclusive: CM योगी को क्यों सिर आंखों पर बिठा रही है जनता?.