Baba Kumar Swami Controversy Details – संत, जो आज के युग में एक प्रतिष्ठित, सकारात्मक, उज्वल छवि को दर्शाता है. सम्पूर्ण भारतवर्ष के लोग अपने साधु व संतों के इतिहास से अथवा उनके पुण्य कर्मों से, उनके द्वारा दिखाए गए मार्गों पर चलकर खुद को भाग्यशाली समझते हैं. ऋषि-मुनि और साधु संतों ने इस सम्पूर्ण भारतवर्ष को जो दिया, शब्दों में उसका बखान करना असंभव है. जिस भारत की धरती पर देवी-देवताओं, साधु-संतो और ऋषि-मुनियों की असीम कृपा रही, उसी धरती पर आज इस कलयुग में आशाराम, बाबा राम रहीम, रामपाल जैसे पाखंडी भी पैदा हुए, जिन्होंने भारत के गौरव और भारत की महान ख्याति को गिराने की चेष्टा की. लेकिन हमारे देवी-देवताओं और साधु-संतों की कृपा से इनकी ये मानसिकता पूरी न हो सकी.
इन पाखंडियों की सूची में अब एक और नाम शामिल हो गया है, नाम है- कुमार स्वामी. यह पाखंडी भगवा धारण कर उसकी आड़ में पूरी दुनिया को भ्रमित करने का काम करता है! खुद को महाब्रह्मर्षि, महा मंडलेश्वर व संसार के सप्त ऋषियों में से एक बताता है. इस पाखंडी बाबा कुमार स्वामी ने भारतीय व विदेशी सनातनी भक्तों को गुमराह कर अपनी मनगढ़ंत कहानियों से अपना एक साम्राज्य व व्यवसाय स्थापित किया है!
दूसरी ओर अगर हम देखें तो भारत में पहली बार ऐसी सरकार बनी है, जो सनातन को समझ कर पूरी दुनिया में इसका बखान कर रही है. एक ओर पीएम नरेंद्र मोदी वैश्विक मंचों से संस्कृत के श्लोकों का उच्चारण करते दिखते हैं तो दूसरी ओर एक भगवाधारी योगी, उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य की कायाकल्प कर रहे हैं. सरकार के प्रयासों से अयोध्या में राम मंदिर स्थापित हो रहा है, जिससे भारतवासियों के मन में एक अलग ही उत्साह पनप उठा है.
लेकिन बाबा कुमार स्वामी भगवा पहनकर हिंदू समाज और सनातन का निरादर करने का ठेका लिए बैठा है! यह खुले मंच से कहता है कि “हिन्दू होना ही बड़े शर्म की बात है”. यह ‘भगवाधारी’ मां दुर्गा को SEXY कहकर संबोधित करता है. यह भगवान श्रीकृष्ण को चरित्रहीन कहकर संबोधित करता है. इसने श्री रामकृष्ण परमहंस जी के बारे में इतनी असंवेदनशील टिप्पणियां की है, जिसे हम लिख भी नहीं सकते. इसकी अनगिनत ऐसी टिप्पणियां हैं, जो हिंदुत्व, सनातन व संत समाज को शर्मसार करती हैं!
ये एक ऐसा तथाकथित भगवाधारी है जिसके हर वाक्य में, हर वचन में बस कामवासना और ‘भोग’ होता है! इसे आप कहाँ तक स्वीकार करते हैं ये बात हम भारत के 140 करोड़ देशवासियों के मत पर छोड़ते हैं. क्या हमारी सरकार ऐसे व्यक्ति को एक संत के रूप में स्वीकार करती है/करेगी, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा परन्तु भगवे की आड़ में इस्लाम और अन्य धर्मों का प्रचार और हिंदुत्व को नीचा दिखाने वाले इस भगवाधारी के अन्य कुकृत्य क्या क्या हैं, आइए समझते हैं-
बाबा कुमार स्वामी की सच्चाई – Baba Kumar Swami Controversy
- कुमार स्वामी, जिसका असली नाम कुंदन नागपाल है. बाबा बनने से पहले वो राजस्थान में बिना डिग्री के कैसे एक क्लिनिक खोल कर बैठा था!
- कैसे निरंकारी भवन के डिस्पेंसरी में काम करने वाला मामूली सा कंपाउंडर बना खरबों का मालिक ?
- कुंदन नागपाल के सिर पर किसने हाथ रखा कि आज वो कुमार स्वामी बन गया ?
- कुंदन नागपाल उर्फ कुमार स्वामी कैसे अपनी एक बीवी (एच.बी कौर) और दो बच्चों (मनदीप नागपाल और खुशबू नागपाल) के साथ राजस्थान के हनुमानगढ़ से दिल्ली पहुंचा ?
- क्या सुशील वर्मा और कुमार स्वामी ने भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम के नाम पर रचा भक्तों को लूटने का षड्यंत्र एवं भ्रम और अंधविश्वास फ़ैलाने का जाल ?
- क्या शुरूआती दिनों में कुमार स्वामी (Baba Kumar Swami controversy) ने अपना साम्राज्य बनाने के लिए लोगों से चार-चार हजार रुपए इकठ्ठा किए थे ?
- क्या पूजा-सामग्री और अन्य चीजों के नाम पर कुमार स्वामी ने खड़ा किया अपना अरबों-खरबों का साम्राज्य ?
- क्या कुमार स्वामी ने बड़ी-बड़ी उपाधियों को खरीदा है ?
- क्या कुमार स्वामी ने ब्रह्मऋषि, महामंडलेशवर की उपाधियों को खरीदा है और अपनी मानसिकता से ‘महा ब्रह्मऋषि’ की उपाधि को अर्जित किया है? हालांकि, इस नाम कि कोई उपाधी होती ही नहीं है.
- क्या कुमार स्वामी ने एक प्रसिद्ध संत को लगभग डेढ़ करोड़ की आधुनिक बस इसलिए तोहफे में दी ताकि करोड़ों संतों के मत को धोखे से खरीदा जा सके ?
- क्या कुमार स्वामी ने अपने 100 करोड़ भारतीय व विदेशी अनुयायियों से पैसे इकठ्ठा कर कई जगह जमीनें खरीदी, मोहड़ी धाम और भगवान कृष्ण के स्वर्ण मंदिर निर्माण के नाम पर 108 एकड़ जमीन मथुरा के GLA UNIVERSITY के बगल में ली ?
- क्या कुमार स्वामी ने अपने 100 करोड़ अनुयायियों से मथुरा में बनने वाले कृष्ण स्वर्ण मंदिर निर्माण के नाम पर 5 लाख करोड़ इकठ्ठा किए और मंदिर ना बनवाकर भक्तों के दिए हुए पैसे का दुरुपयोग किया ?
- क्या कुमार स्वामी ने भगवान श्री लक्ष्मी नारायण Charitable Eye Hospital shree Karanpur के नाम पर अपने 100 करोड़ अनुयायियों से मोटी रकम वसूली ?
- क्या कुमार स्वामी ने Dandruff, Aumex, हरिद्वार में फैक्ट्री बनाने, गौशाला बनाने, यमुना सफाई अभियान के नाम पर अपने 100 करोड़ अनुयायियों से मोटी रकम वसूली, जिसका आज के समय में कोई अर्थ नहीं है ?
- क्या कुमार स्वामी ने अपने 100 करोड़ भारतीय और विदेशी अनुयायियों से अपनी आय का 10% गुरू को दान देने को कहा, जिसका इस्तेमाल वह अपनी आलिशान जिन्दगी जीने के लिए करता है, जिसमें महंगी-गाड़ियां, इतने आलीशान बंगले, इतने नौकर चाकर, इतनी जायज़-नाजायज़ सम्पतियां, इतनी सरकारी सुविधाएं, इतने सरकारी प्रोटोकॉल्स, इतने बड़े-नाम और पहचान, इतनी बड़ी-बड़ी हस्तियों का हर पल साथ रहने के पीछे सिर्फ और सिर्फ इन 100 करोड़ भक्तों का दान में दिया हुआ पैसा है ?
- क्या कुमार स्वामी ने पूजा पाठ, दवाइयां, रोज़ मरा की चीजें, पानी की बॉटल, गुरु सेवा के नाम पर लिए गए पैसे, मंदिरों से आने वाले धन, पाठ वितरण के दौरान जमा किया गया धन, हवन व विशेष पूजा, विशेष कृपा, डिस्पेन्सरी, भंडारा, भारत व विदेशों में होने वाले प्रत्येक समागम, भगवान की अभिमंत्रित मूर्तियों और इत्यादि से आने वाले धन का दुरूपयोग किया ?
- क्या कुमार स्वामी (Baba Kumar Swami controversy) ने अपने 100 करोड़ अनुयायियों से राम मंदिर निर्माण के नाम पर भी मोटी रकम वसूली है ?
- क्या कुमार स्वामी श्री लक्ष्मी नारायण धाम और नारायण शक्ति पीठ की आड़ में बीज मंत्र का पाखंड फैला रहा है ?
- क्या कुमार स्वामी ने अब तक 682 समागमों से लूटा धन, भक्तों के आय का 10% दान में मांगा, कभी किसी हॉस्पिटल के नाम पर, किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर, मनदीप की मृत्यु पर इक्कठा किया गया धन, किसी चैरिटी या ट्रस्ट के नाम पर इक्कठा किया गया धन, समागम के दौरान गुरु को दान देने को प्रोत्साहित किया गया धन, मनदीप की आखिरी इच्छाओं को पूरा करने के लिए माँगा गया धन, अपनी डिस्पेंसरी के लिए माँगा गया धन, अपनी दवाइयों, अपनी सामग्री अथवा मूर्तियों को बेच कर अर्जित किया हुआ धन, इन्हीं सब से उसने अपना साम्राज्य खड़ा किया है ?
- आखिर क्यों रामायण के नामी-गिरामी, विश्व-प्रसिद्ध अभिनेता जिनकी ख्याति देशों और विदेशों में ईश्वर जैसी है अर्थात् उनके अंदर कई लोग ईश्वर को देखते हैं, उन्होंने क्यों कुमार स्वामी के साथ मिलकर नाड़ी दोष के बहाने एक गंभीर और जानलेवा VIRUS का जिक्र किया, जिसका विश्लेषण हम आपको अपने अगले आने वाले चरण में देंगे। आखिर क्या सम्बन्ध हैं इन बातों का मनदीप की मृत्यु से ये संक्षेप में बताएंगे.
बाबा कुमार स्वामी पर लगे हैं ये संगीन आरोप
- क्या कुमार स्वामी ने अपने रास्ते में आई रुकावटों को हटाने के लिए कई स्त्रियों और पुरूषों का कत्ल किया है ?
- क्या कुमार स्वामी ने सेवा करने आई कई लड़कियों और स्त्रियों का रेप किया, उनसे बदसलूकी की और उनके द्वारा सवाल उठाने पर चोरी का आरोप लगाकर उन्हें निकाल दिया या उन्हें जान से मार दिया, कई स्त्रियों को तो पागलखाने तक भी पहुंचा डाला ?
- क्या कुमार स्वामी के कई स्त्रियों के साथ अवैध सम्बन्ध हैं ?
- क्या कुमार स्वामी की कई और भी नाजायज़ संताने हैं ?
- क्या कुमार स्वामी की नाजायश औलाद है कृष्णा और कान्हा (यथार्थ, मदान) ?
- क्या है कुमार स्वामी और मदान परिवार के रिश्ते का रहस्य ?
- क्या कुमार स्वामी ने मदान परिवार के दो लोगों का क़त्ल करा दिया ?
- क्यों मनदीप की मृत्यु से पहले ही महा ब्रह्मऋषि कुमार स्वामी ने अपने ही समागम में उसकी मौत का कर दिया था ऐलान ?
- क्या मंदीप को हार्ट अटैक आना षड्यंत्र के तहत एक सोची समझी साजिश थी? आखिर क्यों कुमार स्वामी ने पेंटामेड हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा हार्ट अटैक की पुष्टि के बावजूद भी मनदीप को किसी बड़े अस्पताल ले जाने के बजाय अपने छोटे बेटे को मनदीप के साथ घर आने की सलाह दी ?
- माना जाता है कि यदि शरीर का कोई अंग ख़राब हो या किसी कारणवश काम नहीं कर रहा हो तो उसे बदल देना (TRANSPLANT) एक उत्तम निर्णय होता है. कुमार स्वामी या मनदीप सभी भारतीय या विदेशी भक्तों द्वारा दान दिए गए पैसों से इतने तो सक्षम थे कि उनके ह्रदय को ट्रांसप्लांट किया जा सके, तो आखिर क्यों कुमार स्वामी ने इलाज के दौरान 5 अस्पताल बदल दिए लेकिन ट्रांसप्लांट नहीं कराया ?
- क्यों डॉक्टर केवल कृष्ण और के आर बाला कृष्णन में से L-VAD की सर्जरी के लिए डॉ के आर बाला कृष्णन को चुना गया, जबकि वो Heart Transplantation के लिए मशहूर हैं न की L-VAD के लिए. और क्यों मनदीप का Heart Transplantation न करवाकर L-VAD सर्जरी करवाई गई। क्या आपके 100 करोड़ भारतीय या विदेशी अनुयायिओं में से किसी एक ने भी हृदय को ट्रांसप्लांट करने की सलाह नहीं दी ?
- आखिर क्यों हार्ट अटैक (Baba Kumar Swami controversy) आने के बाद मनदीप ने GYM से लेकर अस्पताल पहुंचने तक लगातार ये रट लगाई थी कि मैंने सिर्फ चाय-बिस्कुट खाए हैं. क्या था उस चाय-बिस्कुट का रहस्य ? (किसने खिलाया था मनदीप को वो चाय-बिस्कुट) आखिर क्यों मनदीप, आयुष से करता था नफरत ? इसका विश्लेषण हम आपको अपने अगले आने वाले चरण में देंगे.
- कौन थी वो महिला जिसे मनदीप के इर्द-गिर्द भटकने नहीं देना चाहता था कुमार स्वामी ?
नेड्रिक न्यूज़ प्रतिबद्ध है हर तरह की सच्चाई हमारे दर्शको के सामने लाने के लिए. हम अपने दर्शको/पाठकों को बताना चाहेंगे कि हमारे ऊपर काफी दबाव है और लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि ये खबर प्रकाशित न हो. हमारी टीम का लगातार पीछा किया जा रहा है और अंजाम भुगतने की धमकी भी दी जा रही है. ये भी कहा गया है कि गुरु जी बाहर से वापस आ गए हैं. लेकिन इसके बाद भी हमने फैसला किया है कि हम पीछे नहीं हटेंगे और इस ढोंगी बाबा को बेनकाब कर के सांस लेंगे ताकि कई निर्दोष और लाचार लोगो की आत्मा को शांति मिल सके. हमें पता है कि हमारे दर्शक हमारा साथ देंगे और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करेंगे. इसके साथ ही हम अगले चरण में आपके सामने तस्वीरों और वीडियो के साथ वो खुलासे करेंगे, जिसे जान कर और देख एक बार को हमारी भी रूह काँप गयी थी.