अमेरिका के केंटुकी में स्थित डिपोजिटरी फोर्ट नॉक्स को अगर दुनिया की सबसे सुरक्षित इमारत कहा जाए तो ये बिल्कुल भी गलत नहीं होगा। इस बिल्डिंग में हाई सिक्योरिटी के इंतजाम है और उच्च अधिकारियों की इजाजत के बिना यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता। इस इमारत के चारों तरफ कई सुरक्षा परतें हैं। इस सुरक्षा के पीछे वजह ये है कि इस इमारत में अमेरिकी सोने का भंडार रखा हुआ है। इसमें एक तिजोरी है जिसमें सोना रखा जाता है। इस इमारत में अमेरिकी सरकार का खजाना और सोने का भंडार इतनी सावधानी से रखा हुआ है कि ये पूरी दुनिया में अपनी कड़ी सुरक्षा के लिए मशहूर है। इसी वजह से इस जगह को सोने का सबसे बड़ा भंडार भी कहा जाता है।
कैसे बनी है बिल्डिंग
फोर्ट नॉक्स वैसे कोई एक इमारत नहीं, बल्कि केंटुकी का एक मिलिट्री बेस है, हो काफी बड़ा है। मूल रूप से 1918 में प्रथम विश्व युद्ध के लिए एक प्रशिक्षण मैदान के रूप में बनाया गया था, बाद में इसे द्वितीय विश्व युद्ध में सोने के भंडार और अन्य कीमती सामान को संग्रहीत करने के लिए एक स्थान के रूप में इस्तेमाल किया गया था। अमेरिकी खजाने और सोने के भंडार को फोर्ट नॉक्स में एक भूमिगत तिजोरी में संग्रहीत किया जाना था, जिसे 1936 में बनाया जा रहा था। 1937 में पूरा होने के बाद, यह विशाल तिजोरी संयुक्त राज्य अमेरिका की ताकत और समृद्धि का प्रतिनिधित्व करने लगी।
तिजोरी में सोने का विशाल भंडार
यह बेस 109,000 एकड़ से भी ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है और परिसर के भीतर कई अलग-अलग इमारतें हैं, जिनमें सेना के लोग और उनके परिवार रहते हैं। ये वो लोग हैं जो सोने के भंडार की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं। यहां की एक इमारत के अंदर एक तिजोरी है, जिसमें सोने का विशाल भंडार रखा हुआ है। यह इमारत करीब 16 हजार क्यूबिक फीट ग्रेनाइट और साढ़े 4 हजार गज कंक्रीट से बनी है, जिसमें हजारों टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है। यह तिजोरी 27 इंच मोटी कंक्रीट और स्टील से सुरक्षित है और परमाणु बम के हमले को भी झेलने में सक्षम है।
गोल्ड भंडार में कितना सोना?
फोर्ट नॉक्स के स्वर्ण भंडार में करीब 42 लाख किलो सोना रखा हुआ है। फोर्ट नॉक्स में सोने को बार के रूप में रखा जाता है, जिसे बुलियन भी कहते हैं। यह 99.5% शुद्ध सोना होता है। प्रत्येक बार का वजन करीब साढ़े 12 किलो या 27.5 पाउंड होता है और यह यूएस मिंट के मानकों के अनुसार 7 इंच लंबा और 3.5 इंच चौड़ा होता है। एक निश्चित वजन और आकार के पैमाने के आधार पर इन बार को पूरी तरह से शुद्ध सोना माना जाता है। लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) ने शुद्ध सोने का यह मानक तय किया था, जिसे अमेरिका ने भी स्वीकार किया है।