हर साल 2 अक्टूबर का दिन काफी खास होता है। इस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। देश की आजादी में जो महात्मा गांधी का योगदान रहा, उसको कभी भूलाया नहीं जा सकता। आज भी कई मौकों पर गांधी जी और उनके विचारों को आए दिन याद किया जाता है। कोई भी पार्टी हो, पक्ष हो या फिर विपक्ष हर कोई महात्मा गांधी और उनके विचारों पर चलने की बात करती हैं।
2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर देशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है। अलग अलग तरीके से लोग इस दिन बापू की याद करते हैं और उनको श्रद्धांजलि भी देते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि खुद गांधी जी किस तरह अपना जन्मदिन मनाया करते थे? वो अपने जन्मदिन पर क्या करते थे? आज हम आपको इसके बारे में ही कुछ खास बातें बताते हैं…
गांधीवादी रामचंद्र राही की मानें तो शायद महात्मा गांधी अपना जन्मदिन नहीं मनाया करते थे। लेकिन कुछ लोगोों का मानना है कि वो अपना जन्मदिन मनाते थे। उन्होंने 100 साल पहले गांधी जी के कहे हुए कुछ शब्दों के बताया कि जब 100 साल पहले साल 1918 में गांधी जी ने अपना जन्मदिन मनाने वालों से कहा था कि ‘मेरी मृत्यु के बाद मेरी कसौटी होगी कि मैं जन्मदिन मनाने लायक हूं कि नहीं।’
तो फिर आखिर अपने जन्मदिन के दिन महात्मा गांधी करते क्या थे? इसके बारे में पूरे देश में मौजूद गांधीवादी संस्थाओं की मातृ संस्था, गांधी स्मारक निधि के अध्यक्ष रामचंद्र राही बताते हैं कि ये दिन काफी गंभीर होता था। गांधी जी इस दिन ईश्वर से प्रार्थना करने के साथ चरखा चलाते थे और साथ ही वो अधिकतर समय मौन ही करते थे। वो किसी भी महत्वपूर्ण दिन को इस तरह ही मनाया करते थे।
हालांकि हर साल सरकार समेत तमाम लोग महात्मा गांधी की जयंती पर कुछ ना कुछ खास करने की कोशिश करते रहते हैं। लोग इस दिन बापू और उनके विचारों को याद करते हैं। हर साल 2 अक्टूबर के दिन देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री राजघाट जाकर गांधी जी की प्रतिमा के आगे उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। वहीं इस दिन नेशनल हॉलिडे भी होता है। देशभर में गांधी जयंती को धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।