पिछले साल आज के ही दिन पुलवामा में आतंकियों से लड़ते लड़ते मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर बैठे थे. उनकी पत्नी निकिता कौल के मेजर विभूति के साथ उन आखिरी लम्हों ने सभी की आंखों में पानी ला दिया था. लेकिन ठीक एक साल बाद साहस की नई इबारत उनकी पत्नी ने लिखी है. उन्होंने सेना में जाने के सारे परीक्षाएं और इंटरव्यू पास कर लिए हैं और अब वो बस मेरिट लिस्ट का इंतजार कर रहीं हैं.
पति को खोने के बाद लिया फैसला
निकिता ने शादी के 10 महीने बाद ही पति को खो दिया था. जिसके बाद उन्होने भी सेना में जाने का मन बनाया था. निकिता ने 10 अप्रैल 2018 में पति के साथ सात फेरे लिए थे. और 18 फरवरी 2019 को पुलवामा के पिंग्लिना गांव में आतंकियों से हुए एनकाउंटर में मेजर विभूति ढौंडियाल शहीद हो गए थे. उस दौरान देहरादून निवासी मेजर विभूति की शादी को मात्र 10 महीने ही हुए थे. पुलवामा हमले के बाद ही सेना ने जैश ए आतंकवादियों के खात्मे के लिए सैन्य ऑपरेशन चलाया था.
ऐसे आखिरी बार पति को किया था विदा
उनकी पति से अंतिम विदाई ने पूरे देश वासियों की रूह को झकझोर कर रख दिया था. उन्होंने उस दौरान कहा था, ‘आपके जैसा पति मुझे मिला, मैं बहुत सम्मानित हूं. मैं हमेशा तुमको प्यार करती रहूंगी विभू. तुम हमेशा जिंदा रहोगे. आई लव यू विभू.’ बता दें मेजर विभूति न सिर्फ निकिता के पति बल्कि उनके बेस्ट फ्रेंड भी थे. उसी दौरान निकिता ने सेना में शामिल करने की इच्छा जताई थी.
पिछले साल दी थी परीक्षा
अपने पति के सपने को पूरा करने की राह पर चल पड़ी निकिता ने पिछले साल नवंबर महीने में एसएससी एग्जाम दिया था. अभी वो मेरिट लिस्ट के इंतजार में हैं. गौरतलब है कि मेजर विभूति तीन बहनों में इकलौते भाई थे. उनको सेना में शामिल होने का जूनून था. उनके अदम्य साहस को देखते हुए मरणोपरांत उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. टीम का नेतृत्व कर रहे विभूति ढौंडियाल के सीने और गले में गोली लग गई थी. मेजर विभूति की टीम ने दो आतंकी मार गिराए थे.