22 साल के बाद भारतीय नोट पर ऐसे आई बापू की मुस्कुराती हुई तस्वीर
भारतीय नोट जिसके आगे के हिस्से में गांधी जी की मुस्कुराती तस्वीर दिखती है और पीछे के हिस्से में पर अलग-अलग मूल्य के नोटों के अनुसार, दिल्ली का लाल किला, रानी की बाव, सांची स्तूप, एलोरा की गुफाएं आदि दिखाई देती हैं। लेकिन क्या आपको पता है भारतीय नोट के आगे के हिस्से पर बापू की तस्वीर और पीछे के हिस्से पर छपने वाली तस्वीर क्या लगेगी, यह कौन तय करता है.
कौन-सा था भारत का पहला नोट
आजादी के बाद भारतीय मुद्रा में कई सारे बदलाव के साथ नए नोट छापे गए. आजादी के बाद देश में सबसे पहले एक रुपये का नोट छापा और इस नोट को भारतीय मुद्रा के रूप में 12 अगस्त 1949 को जारी किया गया और इस नोट पर अशोक स्तंभ का चित्र था.
22 साल के बाद भारतीय नोट पर बापू की तस्वीर
भारत को 1947 में अंग्रेजों से आजादी मिली और इससे पहले तब ब्रिटिश किंग की तस्वीर नोट पर लगाई जाती थी. वहीं इसके बाद भारतीय नोट जारी हुआ और उस पर सारनाथ की तस्वीर प्रकाशित की जा रही थी। वहीं 22 साल के बाद 1969 में राष्ट्रपिता की जन्म शताब्दी के मौके पर रिजर्व बैंक ने 100 रुपये के नोट पर पहली बार बापू की तस्वीर छापी।
नोट पर छपी मुस्कुराते हुए गांधी की तस्वीर
आजादी मिलने के फौरन बाद ही इस पर चर्चा शुरू हो गई थी लेकिन बापू की तस्वीर पर आम सहमति बनने में काफी समय लग गया। जिसकी वजह से 22 साल के बाद बापू की तस्वीर नोट पर लगी. वहीं 1987 में 500 रुपये के नोट पर मुस्कुराते हुए गांधी की तस्वीर छापी गई और फिर यह चलन में आ गया।
कौन करता है नोट पर तस्वीर लगाने का फैसला
RBI की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार, आरबीआई ऐक्ट के सेक्शन 25 के तगत बैंक नोट के डिजाइन, स्वरूप और सामग्री को लेकर फैसला सेंट्रल बोर्ड की सिफारिशों पर केंद्र सरकार लेती है। सरकार और आरबीआई की संयुक्त टीम बनायीं जाती है जो यह तय करती है नोट पर तस्वीर किसकी लगेगी.