Countries in the world where people are the fattest : मोटा कोई होना नहीं चाहता. लेकिन आज की लाइफस्टाइल में हर किसी के लिए स्लिम और फिट होना आसान नहीं. खानपान, रहन-सहन ऐसा है कि आदमी मोटा हो ही जाता है. वही दुनिया में कुछ देश ऐसे हैं जहां के लोग अन्य देशों के मुकाबले अधिक मोटे होते हैं। यह मोटापे का स्तर आमतौर पर जीवनशैली, आहार की आदतों, शारीरिक गतिविधि की कमी और अन्य स्वास्थ्य कारणों पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं इस लेख में कुछ ऐसे देशों के बारे में जहां के लोग सबसे मोटे होते हैं.
उन देशो के नाम जहाँ लोग मोटापे का शिकार हैं
कतर – कतर में मोटापे की दर बहुत उच्च है। यह देश पश्चिमी जीवनशैली के प्रभाव में है, जहां तेज़, कैलोरी से भरपूर आहार और शारीरिक गतिविधियों की कमी प्रमुख कारण हैं। यहाँ के लोग आमतौर पर उच्च कैलोरी वाले फास्ट फूड और ड्रिंक्स का सेवन करते हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) – संयुक्त राज्य अमेरिका में मोटापा एक बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है। यहां पर अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, शुगर-युक्त ड्रिंक्स और व्यायाम की कमी के कारण मोटापे का स्तर अधिक है। अमेरिकी समाज में फास्ट फूड संस्कृति का भी प्रभाव है।
कुवैत – कुवैत में भी मोटापे की दर काफी अधिक है। यहां के लोग आमतौर पर शारीरिक गतिविधियों से बचते हैं और कैलोरी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, जिसके कारण मोटापा बढ़ रहा है।
सऊदी अरब – सऊदी अरब में भी मोटापे की समस्या गंभीर हो रही है। यहां के लोग पारंपरिक रूप से बहुत अधिक कैलोरी वाले आहार और मीठे पेय पदार्थों का सेवन करते हैं। इसके साथ ही, शारीरिक गतिविधियों की कमी भी एक महत्वपूर्ण कारण है।
मेक्सिको – मेक्सिको में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यहां पर बहुत सारे लोग अस्वास्थ्यकर खाने की आदतों को अपनाते हैं, जैसे कि तले हुए खाद्य पदार्थ और शक्करयुक्त पेय, जो मोटापे को बढ़ावा देते हैं।
न्यूजीलैंड -न्यूजीलैंड में भी मोटापे का स्तर बढ़ रहा है। यहां के लोग काफी पैक्ड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ खाते हैं और शारीरिक गतिविधि की कमी महसूस होती है, खासकर शहरी इलाकों में।
ऑस्ट्रेलिया – ऑस्ट्रेलिया में भी मोटापे की समस्या काफी बढ़ी है। यहां के लोग अधिकतर फास्ट फूड खाते हैं, और व्यायाम की कमी के कारण यह समस्या और बढ़ रही है।
तुर्की – तुर्की में भी मोटापे की समस्या बढ़ रही है। यहां के लोग उच्च कैलोरी वाले पारंपरिक भोजन का सेवन करते हैं और शारीरिक गतिविधियों की कमी रहती है।
इन देशों में मोटापे की दर अधिक होने के पीछे मुख्य कारण अस्वास्थ्यकर आहार, जीवनशैली की आदतें, और शारीरिक गतिविधियों की कमी हैं। मोटापे से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कि दिल की बीमारी, डायबिटीज़, और उच्च रक्तचाप का खतरा इन देशों में अधिक है। इसके अलवा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में 1.7 अरब लोग मोटापे का शिकार हैं.