Aatur Harshad Mehta Biography: स्वर्गीय हर्षद मेहता के इकलौते बेटे अतुल मेहता ने एक सफल उद्यमी और बिजनेस टाइकून के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उनके पिता, जिन्हें ‘बिग बुल’ के नाम से जाना जाता है, ने 1992 के भारतीय शेयर बाजार घोटाले से भारत में आर्थिक और राजनीतिक हलचल मचा दी थी। हालांकि, अपने पिता की विरासत के बावजूद, अतुल ने अपने जीवन को बहुत निजी रखा है और अपने करियर में खुद के लिए नाम कमाया है।
जीवनी और शिक्षा- Aatur Harshad Mehta Biography
आतुर मेहता का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। वह एक गुजराती परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा एक निजी स्कूल में हुई, और बाद में उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। उनकी शिक्षा ने उन्हें व्यावसायिक क्षेत्र में एक मजबूत नींव दी।
2001 में, जब उनके पिता हर्षद मेहता की तिहाड़ जेल में मृत्यु हुई, उस समय आतुर केवल 21 वर्ष के थे। इस त्रासदी के बाद, आतुर ने सार्वजनिक और सोशल मीडिया लाइमलाइट से दूरी बनाए रखी।
पारिवारिक जीवन
अत्तूर का अपने परिवार के साथ बहुत करीबी रिश्ता है। उनकी मां ज्योति मेहता ने उनके पालन-पोषण में अहम भूमिका निभाई। उनके पिता की मृत्यु के बाद, उनकी मां ने पारिवारिक संपत्ति संभाली। अत्तूर के दादा-दादी शांतिलाल मेहता और रसीलाबेन मेहता ने भी उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनकी शादी की जानकारी सार्वजनिक डोमेन में सीमित है, लेकिन कहा जाता है कि उनकी शादी मालविका जगदीश तोपरानी से हुई है। मालविका उनके Business Ventures में उनकी भागीदार भी हैं। खबरों की मानें तो, वह उनकी कंपनी MYRIAD BUSINESS ADVISOR LLP में बिजनेस पार्टनर भी हैं।
करियर और व्यवसाय
आतुर मेहता ने अपने करियर की शुरुआत एक स्टॉक मार्केट डीलर के रूप में की। 2018 में, उन्होंने बीएसई-सूचीबद्ध टेक्सटाइल कंपनी फेयर डील फिलामेंट्स में 23% हिस्सेदारी खरीदी, जिससे वे फिर से चर्चा में आए।
इसके अलावा, आतुर मायरियड बिजनेस एडवाइजर एलएलपी और एडेप्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और प्रशासक भी हैं। उनकी कंपनियां व्यापार प्रबंधन और परामर्श सेवाएं प्रदान करती हैं।
हर्षद मेहता का प्रभाव और विरासत
हर्षद मेहता ने 1992 में भारतीय स्टॉक मार्केट में एक बड़ा घोटाला किया था, जिससे उन्होंने करोड़ों रुपये का अवैध लाभ अर्जित किया। उनके इस कृत्य ने भारतीय अर्थव्यवस्था को गहरा झटका दिया।
सुचेता दलाल द्वारा उनके घोटाले को उजागर करने के बाद, हर्षद मेहता पर कई कानूनी मामले दर्ज हुए, और 2001 में जेल में उनकी मृत्यु हो गई। उनके बेटे आतुर ने इस काले अध्याय से उभरकर एक नई शुरुआत की।
संपत्ति और जीवनशैली
Justwebworld की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 तक, आतुर मेहता की कुल संपत्ति लगभग 6 करोड़ रुपये आंकी गई है। उनकी आय का मुख्य स्रोत उनके व्यवसाय और निवेश हैं। कपड़ा उद्योग में उनकी हिस्सेदारी उनकी संपत्ति का प्रमुख हिस्सा है।
आतुर मेहता एक समृद्ध और आरामदायक जीवन जीते हैं, हालांकि वे अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक गतिविधियों को गोपनीय रखते हैं।
आतुर मेहता की लोकप्रियता
आतुर मेहता को 1992 के घोटाले पर आधारित लोकप्रिय वेब सीरीज ‘स्कैम 1992’ और फिल्म ‘द बिग बुल’ के माध्यम से नई पीढ़ी ने जाना। इन प्रोडक्शन्स में हर्षद मेहता के जीवन और उनके घोटाले को दर्शाया गया है।
आतुर मेहता ने अपने पिता की विवादास्पद विरासत से अलग अपने करियर और जीवन का निर्माण किया है। आज, आतुर मेहता एक सफल उद्यमी, निवेशक और व्यवसायिक रणनीतिकार के रूप में जाने जाते हैं, जिन्होंने अपने पिता की छवि से आगे बढ़कर अपनी अलग पहचान बनाई है।
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