UP Most Famous Temples: उत्तर प्रदेश न केवल भारत का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक हृदय स्थल है, बल्कि यहां के मंदिरों में छिपी धार्मिक आस्था और भक्ति का अद्वितीय अनुभव भी है। राज्य में अनेक प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर हैं, जो न केवल धार्मिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र हैं। यहां हम उत्तर प्रदेश के 10 प्रमुख मंदिरों की सूची प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपको एक आध्यात्मिक यात्रा पर ले जाएंगे।
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राम जन्मभूमि मंदिर | अयोध्या- UP Most Famous Temples
अयोध्या, जो भगवान राम की जन्मभूमि मानी जाती है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थ स्थलों में से एक है। राम जन्मभूमि मंदिर की आस्था और भक्ति की गहराई अत्यधिक है, और यह स्थल लाखों श्रद्धालुओं के लिए पूजा का केंद्र है। यहां पर भगवान राम की पूजा की जाती है, जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार माने जाते हैं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से दिसंबर
मंदिर का समय: 7:00 बजे से 12:30 बजे और 3:00 बजे से 9:00 बजे
कैसे पहुँचें: अयोध्या शहर से सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है।
बांके बिहारी मंदिर | वृंदावन
यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और यह हिंदू धर्म के अनुयायियों के बीच एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। वृंदावन में स्थित इस मंदिर में भगवान कृष्ण की त्रिभंग मुद्रा वाली मूर्ति है, जो यहां आने वाले भक्तों को आकर्षित करती है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च
मंदिर का समय: 10:00 बजे से 12:30 बजे और 6:00 बजे से 9:00 बजे तक
कैसे पहुँचें: मथुरा से सड़क मार्ग द्वारा पहुँच सकते हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर | वाराणसी
हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थानों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर हजारों वर्षों से भक्तों का आस्था केंद्र रहा है और वाराणसी शहर का सांस्कृतिक प्रतीक है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: नवंबर से फरवरी
मंदिर का समय: 2:30 बजे से 11:00 बजे तक
कैसे पहुँचें: वाराणसी छावनी स्टेशन या काशी रेलवे स्टेशन से रेल मार्ग द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
तुलसी मानस मंदिर | वाराणसी
यह मंदिर प्रसिद्ध कवि तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस की दीवारों पर छंदों के अंशों से सजाया गया है। यह मंदिर भगवान राम का सम्मान करता है और यहाँ की भव्यता और शांति भक्तों को एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: मई से सितंबर
मंदिर का समय: 5:30 बजे से 12:00 बजे और 3:30 बजे से 9:00 बजे तक
कैसे पहुँचें: वाराणसी के प्रमुख रेलवे स्टेशनों से सड़क मार्ग द्वारा पहुँचा जा सकता है।
कृष्ण जन्मभूमि मंदिर | मथुरा
मथुरा वह स्थान है, जहाँ भगवान कृष्ण ने अपना जन्म लिया था। यह मंदिर कृष्ण के जीवन से जुड़ी घटनाओं का गवाह है और यहाँ श्रद्धालु भगवान कृष्ण के दर्शन करने आते हैं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: सितंबर से मार्च
मंदिर का समय: 4:30 बजे से 9:00 बजे तक
कैसे पहुँचें: मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से सड़क मार्ग द्वारा पहुँचा जा सकता है।
श्री रंगनाथ जी मंदिर | वृंदावन
यह मंदिर भगवान कृष्ण के अवतार भगवान रंगनाथ को समर्पित है और दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित है। यहां की वास्तुकला और वातावरण एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च
मंदिर का समय: 8:00 बजे से 12:00 बजे और 3:00 बजे से 9:00 बजे तक
कैसे पहुँचें: वृंदावन रेलवे स्टेशन से सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है।
माँ विंध्यवासिनी मंदिर | मिर्जापुर
यह मंदिर देवी विंध्यवासिनी को समर्पित है, जो शक्तिपीठों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। यह मंदिर धार्मिक आस्था का केंद्र है, जहां देवी सती की पूजा की जाती है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च
मंदिर का समय: 5:00 बजे से 12:00 बजे और 1:30 बजे से 7:15 बजे तक
कैसे पहुँचें: मिर्जापुर रेलवे स्टेशन से सड़क मार्ग से पहुँचा जा सकता है।
संकट मोचन हनुमान मंदिर | वाराणसी
यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है, जिन्हें संकटों से मुक्ति देने वाला माना जाता है। भक्त यहाँ अपने कष्टों के निवारण के लिए आते हैं और हर बार एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ लौटते हैं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च
मंदिर का समय: 5:00 बजे से 12:00 बजे और 3:00 बजे से 12:00 बजे तक
कैसे पहुँचें: वाराणसी छावनी स्टेशन से सड़क मार्ग द्वारा पहुँचा जा सकता है।
इस्कॉन मंदिर | वृंदावन
इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहां भक्तों को भगवद गीता और कृष्ण भक्ति की शिक्षा दी जाती है। यह मंदिर प्राचीन भक्ति परंपराओं का पालन करता है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: फरवरी से अप्रैल
मंदिर का समय: 4:10 बजे से 8:30 बजे तक
कैसे पहुँचें: वृंदावन रेलवे स्टेशन से सड़क मार्ग द्वारा पहुँचा जा सकता है।
प्रेम मंदिर | वृंदावन
यह मंदिर भगवान कृष्ण और राधा के दिव्य प्रेम को समर्पित है। यह मंदिर अपनी शांतिपूर्ण और सुंदर वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, और यह श्रद्धालुओं को प्रेम और भक्ति का अहसास कराता है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से दिसंबर
मंदिर का समय: 8:30 बजे से 12:30 बजे और 4:30 बजे से 8:30 बजे तक
कैसे पहुँचें: वृंदावन बस स्टेशन से सड़क मार्ग द्वारा पहुँचा जा सकता है।
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