Unique Temples in India Details in Hindi – भारत में मंदिरों की परंपरा सदियों से चली आ रही है. और सनातन धर्म में आस्था रखने वाला हर व्यक्ति इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि मन के साथ मंदिर भी उनकी आस्था का एक बड़ा केंद्र है. जहाँ लोग अपनी मुरादें पूरी करने के लिए जाते हैं. सनातन प्रथा में मंदिरों को लेकर एक खास बात प्रचलित है और वो है जिस भी मंदिर में जाओ वहां पर अलग अलग तरह के प्रसादों का प्रचलन है. आमतौर पर मंदी का प्रसाद जल, लड्डू, या शुद्ध मिठाई जैसी चीज़ें होती हैं. जिसे हम अक्सर मंदिरों में लेकर प्रसाद चढ़ाते हैं. लेकिन देश में ऐसे मंदिरों की बहुतायात मिलेगी जहां एक खास किस्म के प्रसाद ही प्रचालन में हैं यानि कि वहां आप उसी वास्तु या चीज को प्रसाद के रूप में चढ़ा सकते हैं.
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और ये अपनी मर्ज़ी से नहीं बल्कि ग्रंथों की मान्यता के अनुसार करते हैं. लेकिन इसी क्रम में कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जहां थोड़ा परंपरा से हटकर चीज़ें चढ़ाई जाती हैं जिसके बारे में जानकर आपके भी कान खड़े हो जाएंगे. आज के इस लेख में हम आपको देश के ऐसे ही 5 मंदिरों में चढ़ाए जाने वाले प्रसादों के बारे में बताएंगे जिसे सुनकर आपको मंदिरों में प्रसाद को लेकर ज्ञान पर भरोसा नहीं होगा.
ब्रह्म बाबा मंदिर में घड़ियों का प्रसाद (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के एक गांव के लिए ऐसा कहा जाता है कि एक बार एक व्यक्ति ड्राइवर बनने की इच्छा से मंदिर आया था. जब वो ड्राइवर बन गया तो उसने भेंट के रूप में भगवान को घड़ी चढ़ाई. ये सब देखते हुए स्थानीय लोग भी इस परंपरा का पालन करने लगे. इच्छा पूरी होने पर घड़ियां मंदिर के पेड़ की शाखाओं के पास रखी जाती हैं.
काल भैरव मंदिर में शराब (मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश के काल भैरव मंदिर के ठीक बाहर भारतीय और विदेशी दोनों तरह की शराब की कई दुकानें हैं, जहां से भक्त खरीद कर पुजारी को दे देते हैं. पुजारी एक तश्तरी में थोड़ी सी शराब डालता है, प्रार्थना करता है और फिर शराब को मूर्ति के मुंह में एक भट्ठा के माध्यम से डालता है. बचे हुए शराब को प्रसाद के रूप में भक्तों को वापस सौंप दिया जाता है.
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अजगर मंदिर में डोसा (तमिलनाडु)
तमिलनाडु के मदुरै में अज़गर कोविल या अज़गर मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक मंदिर है. देवता को यहां डोसा या डोसाई चढ़ाया जाता है जो विशेष रूप से मंदिर परिसर की रसोई में तैयार होता है. डोसा को पकाने के लिए खास सफेद चावल और काली उड़द दाल लाई जाती है. एक बार डोसा तैयार हो जाने के बाद उन्हें देवता को चढ़ाया जाता है और फिर प्रसाद के रूप में भक्तों में बांटा जाता है.
मुरुगन मंदिर में मंच चॉकलेट्स (केरला)
दरअसल कई साल पहले पास में रहने वाला एक मुस्लिम लड़का रोज-रोज मंदिर की घंटियां बजाय करता था, उसे उस बात और बहुत डांट भी पड़ती थी. अगले दिन जब वो बीमार पड़ा तो लगातार मुरुगन के नाम का जाप करने से माता-पिता उसे मंदिर में ले आए. पुजारी ने उसे भगवान को फल-फूल चढाने के लिए कहा, उसने ऐसा करने से मना कर दिया और बदले में मंच चॉकलेट भेंट कर दी.
ये देखकर भगवान मुरुगन का दिल पिघल गया और लड़का चमत्कारिक रूप से अपनी बीमारी से ठीक हो गया. तब से भक्त देवता को चॉक्लेट के डिब्बे चढ़ाते हैं और यहां तक कि उन्हें चॉकलेट की माला से भी सजाते हैं.
महादेव मंदिर में डीवीडी और किताबें – Unique Temples in India
राष्ट्रीय विरासत केंद्र (एनएचसी) के परिसर में स्थित केरल के महादेव मंदिर में, भक्त प्रसाद के रूप में सीडी, डीवीडी और पाठ्यपुस्तकें देते हैं और बांटे जाते हैं. मंदिर के अधिकारियों का मानना है कि ज्ञान भगवान का सबसे अच्छा उपहार है.
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