सिखों के नौवें गुरु गुरु तेग बहादुर जी ने वीरता और साहस की मिसाल कायम की। धर्म की रक्षा करने के लिए गुरु तेग बहादुर जी ने हंसते हंसते अपने जीवन का बलिदान दे दिया था। गुरु जी और उनके विचार आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं। इस वर्ष 9वें गुरु तेग बहादुर जी की जयंती 21 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस खास मौके पर आइए डाल लेते हैं गुरु तेग बहादुर के अनमोल विचारों पर नजर, जो काफी इंस्पायरिंग हैं। उनके ये विचार आज भी दुनिया को प्रेरित करते हैं।
1. महान कार्य छोटे-छोटे कार्यों से बने होते हैं।
2. किसी के द्वारा प्रगाढ़ता से प्रेम किया जाना आपको शक्ति देता है और किसी से प्रगाढ़ता से प्रेम करना आपको साहस देता है।
3. जीवन किसी के साहस के अनुपात में सिमटता या विस्तृत होता है।
4. सफलता कभी अंतिम नहीं होती, विफलता कभी घातक नहीं होती, इनमें जो मायने रखता है वो है साहस।
5. दिलेरी डर की गैरमौजूदगी नहीं, बल्कि यह फैसला है कि डर से भी जरूरी कुछ है।
6. सभी जीवित प्राणियों के प्रति सम्मान अहिंसा है।
7. प्यार पर एक और बार और हमेशा एक और बार यकीन करने का साहस रखिए।
8. एक सज्जन व्यक्ति वह है जो अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचाएं।
9. डर कहीं और नहीं, बस आपके दिमाग में होता है।
10. आध्यात्मिक मार्ग पर दो सबसे कठिन परीक्षण हैं, सही समय की प्रतीक्षा करने का धैर्य और जो सामने आए उससे निराश ना होने का साहस।
11. हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है।
12. गलतियां हमेशा क्षमा की जा सकती हैं, यदि आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो।
13. साहस ऐसी जगह पाया जाता है जहां उसकी संभावना कम हो।
14. सफलता कभी अंतिम नहीं होती, विफलता कभी घातक नहीं होती, इनमें जो मायने रखता है वो है साहस
15. हार और जीत यह आपकी सोच पर ही निर्भर है, मान लो तो हार है ठान लो तो जीत है।