Shanidev Mantra: शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है और उनकी पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो शनि की साढ़े साती या ढैया से प्रभावित होते हैं। शनि का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में कठिनाइयाँ उत्पन्न कर सकता है, खासकर करियर, व्यापार और वैवाहिक जीवन में। ऐसे में शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए मंत्रों का जाप करने से न केवल शनि की नकारात्मक ऊर्जा शांत होती है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है।
1. शनिदेव के गायत्री मंत्र का जाप – Shanidev Mantra
शनिदेव के गायत्री मंत्र का जाप करना अत्यधिक प्रभावी होता है। यह मंत्र शनि की नकारात्मकता को शांत करने और उनकी कृपा प्राप्त करने में मदद करता है। शनिदेव के गायत्री मंत्र का उचरण इस प्रकार है:
ओम भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्
इस मंत्र का नियमित जाप करने से शनि की साढ़े साती और ढैया का प्रभाव कम होता है, साथ ही शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
2. भूल की क्षमा के लिए शनि का मंत्र
यदि आपसे कोई भूलवश गलती हो गई हो, तो शनिदेव से क्षमा प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप करें। यह मंत्र न केवल भूल की क्षमा दिलवाता है, बल्कि व्यक्ति के पाप और दुखों को भी नष्ट करता है। इस मंत्र का जाप इस प्रकार करें:
अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेहर्निशं मया।
दासोयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।
गतं पापं गतं दु: खं गतं दारिद्रय मेव च।
आगता: सुख-संपत्ति पुण्योहं तव दर्शनात्।।
इस मंत्र के जाप से व्यक्ति की मानसिक शांति बहाल होती है और जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
3. शनि की ढैया से बचने का मंत्र
शनि की ढैया से बचने और शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप करना लाभकारी होता है। यह मंत्र शनिदेव की ढैया के नकारात्मक प्रभाव को दूर करता है और व्यक्ति के जीवन में सुख-संप्रदा को बढ़ाता है। मंत्र इस प्रकार है:
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
इस मंत्र का जाप करने से शनि की ढैया से राहत मिलती है और जीवन में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं।
4. शनिदेव की विशेष कृपा पाने का मंत्र
शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए पीपल के पेड़ के नीचे हर शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए और साथ ही इस मंत्र का जाप करना चाहिए। यह मंत्र शनिदेव की कृपा को जागृत करता है और जीवन में खुशहाली लाता है। मंत्र इस प्रकार है:
नीलाम्बरः शूलधरः किरीटी गृध्रस्थित स्त्रस्करो धनुष्टमान् |
चतुर्भुजः सूर्य सुतः प्रशान्तः सदास्तु मह्यां वरदोल्पगामी ||
5. शनि की साढ़े साती के प्रभाव को कम करने का मंत्र
शनि की साढ़े साती का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएँ और दुख लेकर आता है। इस प्रभाव को कम करने के लिए शनिदेव के दोष निवारण मंत्र का जाप करें। यह मंत्र शनि की साढ़े साती के नकारात्मक प्रभाव को समाप्त करने में मदद करता है। मंत्र इस प्रकार है:
ओम त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
ओम शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंयोरभिश्रवन्तु नः।
ओम शं शनैश्चराय नमः।।
इस मंत्र का जाप करने से शनि की साढ़े साती का प्रभाव धीरे-धीरे कम होता है और जीवन में शांति और समृद्धि आती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी और धार्मिक दृष्टिकोण पर आधारित है। इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है, और किसी भी व्यक्तिगत या आधिकारिक स्थिति में बदलाव की जिम्मेदारी लेखक या वेबसाइट की नहीं है।
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