दिवाली, जिसे दीपावली (Diwali 2024) के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे प्रमुख और लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। यह त्योहार मुख्य रूप से हिंदू धर्म से जुड़ा है, लेकिन इसे जैन, सिख और बौद्ध समुदाय भी मनाते हैं। दिवाली का अर्थ है “दीपों की पंक्ति”, और इस त्योहार के दौरान घरों, मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों को दीयों (दीपकों) से सजाया जाता है। माना जाता है कि यह त्योहार बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है। वहीं दिवाली पर घरों की सफाई का महत्व सांस्कृतिक और धार्मिक कारणों से जुड़ा है। लक्ष्मी को समृद्धि, धन और खुशी की देवी माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि लक्ष्मी साफ-सुथरे घरों में निवास करती हैं। आइए आपको बताते हैं कि दिवाली पर घरों की सफाई क्यों की जाती है और इस त्योहार को लेकर क्या धार्मिक मान्यताएं हैं।
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धार्मिक मान्यताएं- Diwali importance in Hinduism
हिंदू धर्म में दिवाली का संबंध भगवान राम (Lord Rama) के अयोध्या लौटने से है। जब भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, तो लोगों ने दीये जलाकर उनका स्वागत किया था। दिवाली इसी के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है। इसके अलावा, यह दिन लक्ष्मी पूजा के लिए भी महत्वपूर्ण है, जहां लोग धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
समृद्धि और नया साल
दिवाली को व्यापारियों के लिए नया साल भी माना जाता है। इस दिन नए बही-खाते शुरू करने की परंपरा है, जो व्यापार में समृद्धि और वृद्धि की उम्मीद का प्रतीक है। इस अवसर पर लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, उन्हें सजाते हैं और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं।
दिवाली पर सफाई करने के पीछे का कारण
दिवाली से पहले साफ-सफाई (Reason Behind Cleaning before Diwali) करने की परंपरा काफी समय से चली आ रही है। पुराने समय में लोग घर को तरोताजा रखने और बीमारियों से बचने के लिए साल में एक बार बड़े पैमाने पर सफाई करते थे। इस परंपरा को अब धार्मिक मान्यताओं से भी जोड़ दिया गया है। दिवाली पर घर को सजाना, दीये जलाना और रंगोली बनाना भी परंपरा का हिस्सा है। इस सजावट के लिए घर की सफाई एक अहम कदम माना जाता है, ताकि घर में रोशनी और सजावट की खूबसूरती को बढ़ाया जा सके।
– दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा का आयोजन किया जाता है, जो धन और समृद्धि की प्रतीक हैं। ऐसा माना जाता है कि लक्ष्मी माता केवल उन्हीं घरों में आती हैं जो साफ-सुथरे और व्यवस्थित होते हैं। इसलिए लोग अपने घरों की सफाई करके उनके स्वागत की तैयारी करते हैं।
– सफाई के दौरान पुरानी, बेकार चीजों को हटा दिया जाता है, जिससे नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और सकारात्मकता फैलती है। ऐसा माना जाता है कि पुरानी और अनुपयोगी वस्तुओं को हटाने से नई ऊर्जा आती है और खुशियां बढ़ती हैं।
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