हारे का सहारा खाटूश्याम हमारा, ये बातें श्याम भक्त की गाड़ियों पर लिखी होती है जिन्हें लाडले सरकार भी कहा जाता है क्योंकि भगवान कृष्ण ने खाटू वाले बाबा को अपने नाम खाटूश्याम से पूजे जाने का वरदान दिया था. खाटूश्याम के दर्शन करने जो भी आता है उसके सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं. कहते हैं खाटूश्याम सभी की सुनते हैं और इस वजह से लोगों के बीच खाटूश्याम को लेकर गहरी आस्था और विश्वास है जिसकी वजह से रोजाना कई हजारों की संख्या में लोग देश-विदेश से खाटूश्याम के दर्शन करने के लिए आते हैं. वहीं इस पोस्ट के जरिये हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि खाटू श्याम की अर्जी कैसे लगाई जाती है ?
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खाटू श्याम में अर्जी लगाने की मान्यता
खाटू श्याम को लेकर मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने कहा था कि जो सच्चे मन से खाटू श्याम के दर्शन करने आएगा और जो भी उन्हें सच्चे दिल से याद करेंगा उसके सभी बिगड़े हुए काम पूरे हो जायेंगे और आज के समय लाखों लोग खाटू के श्याम मंदिर में उनके दर्शन करने आते हैं. ये लोग अपनी परेशानी लेकर यहां आते हैं और उनके सभी दुःख खत्म हो जाते हैं. वहीं बाबा के दरबार में अर्जी या अरदास लगायी जाती है और इस अर्जी या अरदास के सहारे ही खाटू श्याम सभी दुखों को हर लेते हैं.
इस तरह लगाए खाटू श्याम के मंदिर में अर्जी
जहाँ लोग खाटू श्याम के मंदिर जाकर अपनी परेशानी बताते हुए उस के खत्म करन की मनोकामना करते हैं तो वहीं कागज पर लिखकर भी आप अपनी परेशानी खाटू बाबा के समाने रख सकते हैं. अपनी परेशानी को कागज पर लिखकर मंदिर में पुजारी के माध्यम से बाबा तक पहुँचा सकते हैं और कहा जाता है कि खाटू श्याम जरुर आपकी परेशानी सुनेंगे और आपके सभी दुखों को हर लेंगे.
ये लोग भी लगा सकते हैं अर्जी
खाटू बाबा में अर्जी वो भी लगा सकते हैं जो यहां पर नहीं आ सकते हैं. दरअसल, विदेश में रहने वाले, बीमार भक्त और किसी कारण आने की स्थिति वाले लोग यहां पर आ सकते हैं. ऐसे किसी श्याम भक्त के जरिए खाटू में अर्जी लगाई जा सकती है. इसी के साथ श्याम मंदिरों में अर्जी के लिए पेटी या बक्सा भी रखा गया है जहाँ पर एक परेशानी पर्चे पर लिखकर अर्जी पेटी या बक्सा में डाल सकते हैं और बाद में इन अर्जियों को खाटू के श्याम मंदिर में बाबा के चरणों में अर्पित कर दिया जाता है.
इस तरह भी लगा सकते हैं अर्जी
इसी के साथ अर्जी की चिट्ठी के माध्यम से डाक द्वारा खाटू श्याम मंदिर में भी भेज सकते हैं. अगर आपका कोई परिचित खाटू श्याम मंदिर में दर्शनों के लिए जा रहा हो आप अपनी अर्जी उसके साथ भी भेज सकते हैं. इसी के साथ किसी निकटवर्ती श्याम मंदिर में भी भेज सकते हैं.
खाटू श्याम की अर्जी कैसे लिखें
वहीं, अर्जी की पर्ची का कागज और कागज पर जिस पेन से अर्जी लिख रहे हैं. वो कागज और पेन नया होना चाहिए और पेन में स्याही लाल रंग की होनी चाहिए. इसी के साथ इस अर्जी को नए रक्षासूत्र में काम में आने वाले धागे यानि मौली से एक सूखे नारियल के साथ बाँध दे और अपनी श्रद्धानुसार या 11 रुपये की भेंट के साथ श्याम मंदिर में पहुँचा दे. आपकी अर्जी बाबा के दरबार में लग जाएगी. इसी के साथ अगर आप समर्थ हैं तो जरुर बाबा के धाम यानि खाटू जाकर ही अपनी अर्जी लगायें. अगर आपने प्रार्थना जायज और सच्चे मन से की है तो श्याम बाबा आपकी अर्जी को जरूर सुनेंगे.
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