वैसे तो हमनें गुरु नानक देव जी के कई चमत्कारों के बारें में सुना और पढ़ा भी है। लेकिन क्या आप जानते है कि एक किस्सा ऐेसा भी है जब गुरु नानक देव जी ने दूध के कुएं वाला चमत्कार किया था। अगर नहीं तो आज यही किस्सा हम आपको बताने जा रहे है।
एक समय की बात है जब गुरु नानक देव जी भाई मरदाना के साथ उस जगह पहुंचे जहां आज उत्तराखंड है। वहां पहुंचकर भाई मरदाना को भूख लगी और उन्होंने गुरु जी से दूध पीने की इच्छा जाहिर की। गुरु जी ने भाई मरदाना को संतों से मांगने को कहा। लेकिन संत इस बात से पहले ही काफी खफा थे कि उनके डेरे के पास गुरु नानक जी और मरदाना रह रहे थे। जिसके चलते मरदाना के दूध मांगने पर संतों ने कहा कि अगर तुम्हारे गुरु इतने ही सिद्ध और शक्तिशाली है तो उन्हीं से मांग लो, वहीं तुम्हें दे देंगे। ये बात जाकर मरदाना ने गुरु जी को बता दी।
कुएं से दूध कैसे निकला
ये बात सुनकर गुरु जी ने मरदाना से कुएं में से पानी निकालने को कहा। गुरु जी के कहने पर मरदाना ने कुएं से पानी निकाला। गुरु जी के आशीर्वाद से उस पानी का स्वाद एकदम दूध की तरह हो गया। जिसके बाद मरदाना ने वो दूध अपने साथ- साथ संतो को भी पिलाया। जिस जगह पर ये घटना घटी वहां आज के समय में उस कुएं को गुरुद्वारा दूधवाला कुआं कहा जाता है। ये गुरुद्वारा उत्तराखंड में नानकमत्ता गुरुद्वारा के पास स्थित है।
गुरु जी ने अनगिनत चमत्कार किए
ऐसे और भी महान चमत्कार गुरु जी ने महज चुटकियों में नमृतापूर्वक किए। गुरु जी के ऐसे चमत्कारों को देखते हुए लोग उनसे काफी प्रभावित हुए और उनके बताएं मार्गदर्शनों पर चलने लगे।