आज देशभर में जन्माष्टमी के त्योहार को लेकर धूम मची हुई है। जन्माष्टमी के दिन एक अलग ही उल्लास भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों में देखने को मिलता हैं। अलग अलग तरीके से भक्त कृष्ण कन्हैया के जन्म को हर साल मनाते हैं। मंदिरों को बेहद ही खूबसूरत ढंग से सजाया जाता हैं। कई जगहों पर दही हांडी का आयोजन होता है। तो वहीं बड़ी संख्या में लोग व्रत भी रखते हैं। इस दिन पूरे दिन लोग भूखे रहते हैं और रात 12 बजे श्रीकृष्ण का जन्म होने के बाद उनकी पूजा-अर्चना कर ही अपना व्रत खोलते हैं।
जन्माष्टमी भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक हैं। यहां जन्माष्टमी के आने से कुछ दिन पहले ही बाजारों में रौनक देखने मिल जाती हैं। वहीं मंदिरों को सजाने का काम भी शुरू हो जाता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि भारत के अलावा और भी कई देशों में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। आज जन्माष्टमी के मौके पर आइए हम आपको ऐसे कुछ देशों के बारे में हम आपको बताते हैं…
कनाडा
कनाडा को मिनी इंडिया भी कहा जाता है। यहां बहुत बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। ऐसे में कनाडा में भी जन्माष्टमी के त्योहार पर अलग रौनक होती है। कनाडा के एक बेहद ही प्रसिद्ध रिचमंड हिल हिंदू मंदिर स्थित है, जहां त्योहारों पर एक काफी हटके रंग देखने को मिलता है। जन्माष्टमी को आधी रात को यहां शंख ध्वनि और फूलों की मनमोहन खूशबू एक अलग ही आनंद देती है।
न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड में भी जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में भगवान श्रीकृष्ण और राधा का बेहद ही लोकप्रिय मंदिर हैं। इस मंदिर की खूबसूरती जन्माष्टमी के दिन देखते ही बनती है। जन्माष्टमी पर आधी रात को मंदिर रोशनी, प्रार्थना और भक्ति-संगीत के साथ उत्सव में रमा हुआ रहता है। न्यूजीलैंड में सबसे ज्यादा भारतीय ऑकलैंड शहर में ही रहते हैं।
पेरिस
सिटी ऑफ लाइट्स पैरिस में जन्माष्टमी का त्योहार मनता है। पेरिस में राधा पैरिसीसवारा मंदिर है, जहां खूब धूमधाम से कृष्णजी के जन्मदिन को मनाया जाता है।
सिंगापुर
सिंगापुर में जन्माष्टमी के त्योहार को लेकर उत्साह देखने को मिलता है। यहां मार्केट में आपको कृष्णजी की मूर्ति से लेकर, झूले, बांसुरी भी देखने को मिलेगीं। सिंगापुर में स्थित श्रीलक्ष्मीनारायण मंदिर में जन्माष्टमी के दिन गजब की रौनक देखने को मिलती है।
मलेशिया
यूं तो मलेशिया की ज्यादातर आबादी मुस्लिम है, लेकिन कुआलालाम्पुर में भारतीय समुदाय के लोग जन्माष्टमी के त्योहार को धूमधाम से मनाते हैं। यहां भगवान श्रीकृष्ण के भक्त नाच-गाने के साथ उनके जन्मदिन को मनाते हैं। ऐसा बताया जाता कि इस दिन पूजा के बाद मिलने वाला प्रसाद बेहद ही स्वादिष्ट होता हैं।