'हर घर तिरंगा' पर क्यों उठ रहा है विवाद, कांग्रेस का ये है बड़ा सवाल!

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देश की आजादी (Independence Day) के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत में उत्साह और खुशी का माहौल बना हुआ है। जहां एक और भारतीय जनता पार्टी (BJP) आजादी का अमृत महोत्सव (Aazadi Ka Amrit Mahotsav) के तहत देश में तिरंगा यात्रा (Tiranga Yatra) निकाल रही है। इस दौरान लोगों से इस अभियान में शामिल होने की भी अपील कर रही है। वहीं दूसरी ओर विपक्ष इस पर निशाना साधते हुए हमला बोल रहे है। आईए बताते है हर घर तिरंगा अभियान पर विवाद क्यों छिड़ा हुआ है।

दरअसल, चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष दीपा दुबे ने हर घर तिरंगा अभियान के तहत पैसे लेने पर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को तिरंगा बांटा तो जा रहा है, लेकिन इसकी कीमत भी ली जा रही है। शहर में बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके घर पर खाने के लिए अनाज नहीं है, तो वह प्रशासन द्वारा दिए जा रहे 20 रुपये का तिरंगा झंडा कैसे खरीदेगा। 

दीपा दुबे ने मुफ्त तिरंगा बांटने की मांग की

दीपा दुबे ने आगे कहा कि जब शहर में जो कोई केंद्रीय नेता चंडीगढ़ आते हैं तो प्रशासन उस उनके स्वागत के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। शहर भर में तिरंगा झंडा नगर निगम द्वारा बांटा जा रहा है। निगम के अधिकारी छोटे दुकानदारों जैसे कि मोची, धोबी, नाई, कुम्हार औऱ ऐसे और भी लोगों से भी पैसे वसूल कर रहे हैं। चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम की तरफ से शहर के लोगों को मुफ्त में तिरंगा दिए जाए। ताकि चंडीगढ़ का हर एक नागरिक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा अपने घर पर शान से फहरा सके। 

भाजपा युवा मोर्चा ने निकाली तिरंगा यात्रा

वहीं भाजपा युवा मोर्चा ने शनिवार को तिरंगा यात्रा निकाली। ये बाइक रैली प्रदेश बीजेपी कार्यालय से धौलला कुआं, एनएसपी, आजादपुर, आईटीओ से होते हुए इंडिया गेट पर खत्म हुई। कुल 75 किलोमीटर की दूरी तय कर कार्यकर्ताओं ने इंडिया गेट के पास लगभगग 75 मीटर लंबा तिरंगा भी फहराया। हालांकि ऐसे में ट्राफिक नियमों की धज्जियां भी उड़ाई गई। इसके अलावा इस बाइक रैली से लोगों को जाम का सामना करना पड़ा।

तिरंगा यात्रा को मिला भारी समर्थन 

हाल ही में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत बीजेपी की ओर से तिंरगा यात्रा निकली गई। इस दौरान तिरंगा यात्रा में मंत्री, सांसद समेत स्थानीय लोग भी शामिल हुए। बीजेपी के नेताओं ने इस दौरान तिरंगा बाइक रैली निकाली और लोगों का भारी समर्थन भी हासिल किया। हालांकि इस दौरान विपक्षों ने तिरंगा रैली से किनारा कर लिया। जिसे देखते हुए सत्ता पक्ष और विपक्षों में जुबानी जंग छिड़ गई। 

बीजेपी के वार पर कांग्रेस का पलटवार

विपक्षों के तिरंगा रैली से किनारा करने पर बीजेपी ने हमला बोलते हुए कहा कि ये तिरंगा रैली राजनीति से हटकर है। तिरंगा रैली का हर किसी को समर्थन करना चाहिए। वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि ये तिरंगा रैली और हर घर तिरंगा अभियान पीएम मोदी के आह्वाहन पर हो रहा है। इसका हर किसी को समर्थन करना चाहिए। वहीं इस दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए ट्विट कर लिखा- ‘देश की शान है, हमारा तिरंगा, हर हिंदुस्तानी के दिल में है हमारा तिरंगा।’

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी के वार का पलटवार किया। प्रियंका गांधी ने जवाहर लाल नेहरू की हाथ में तिरंगा लिए हुए पोस्ट शेयर की और साथ ही लिखा- “विजय विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा।” 

पीएम मोदी के आह्वाहन पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की शुरुआत

गौरतलब है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ‘मन की बात’ में देशवासियों से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान से जुड़ने की अपील की थी। जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि देश के 75 साल पूरे होने की खुशी में ये अभियान हर घर तिरंगा चलाया जा रहा है। जिससे सभी के मन में देशवासी होने की प्रसन्नता झलकेगी। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि उनका लक्ष्य है कि तकरीबन बीस करोड़ घरों में तिरंगा फहराया जाए। साथ ही इस अभियान को पूरी तरह से सफल बनाया जाए। 

क्रेंदीय मंत्री ने भी लिया था बाइक रैली में हिस्सा

इस तिरंगा अभियान को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी की ओर से बीते दिनों तिरंगा बाइक रैली भी निकाली गई थी। जिसमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कई और सांसदों ने हिस्सा लिया। साथ ही लोगों से अपील की कि पीएम मोदी के इस लक्ष्य को पूरा कर देश की आजादी के 75 साल पूरे होने को पूरे उल्लास के साथ मनाया जाए।’ 

13 से 15 अगस्त तक अभियान रहेगा जारी

बता दें कि प्रशासन ने 13 से 15 अगस्त तक शहर में तीन लाख से ज्यादा झंडे फहराने की योजना बनाई है। इसके अलावा आजादी के 75वें वर्षगांठ पर एसआई ने देश के सभी संरक्षित स्मारकों और म्यूजिम पर निशुल्क एंट्री की घोषणा की है। ये 5 अगस्त से 15 अगस्त तक लागू किया जाएगा। जिसमें पर्यटकों को ऐतिहासिक इमारतों में एंट्री के लिए फीस नहीं देनी पड़ेगी। एएसआई का ये ऐलान देशभर के सभी 3600 संरक्षित स्मारकों के लिए है, जहां एंट्री बिल्कुल फ्री होगी। हालांकि इस बीच पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा कर निगरानी रखी जाएगी। 

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