यूपी के गाजियाबाद के जिलाधिकारी (डीएम) पर एक आरोप लगाया है और ये आरोप बीजेपी के उन नेताओं ने लगाया है जो सीएम योगी से मिलने के लिए आए थे. दरअसल. यूपी के गाजियाबाद के जिलाधिकारी (डीएम) पर बीजेपी नेताओं ने अपमानित करने का आरोप लगाया है. वहीँ इसके बाद इस अपमान का बदला लेने के लिए इन बीजेपी नेताओं ने डीएम को 50 रुपये प्रति चाय के हिसाब से 700 रुपए भेजे हैं और इस समय ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.
जानिए क्या था मामला
जानकारी के अनुसार, ये मामला 24 दिसंबर का है जब बीजेपी के कुछ नेता योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए गाजियाबाद के एक गेस्ट हाउस आये थे. वहीं इस दौरान डीएम ने इन नेताओं को अपमानित किया और सिर्फ चाय पिलाकर लौटा दिया. वहीं इस अपमान के जवाब में बीजेपी नेताओं ने डीएम को 50 रुपये प्रति चाय के हिसाब से 700 रुपए भेजे हैं साथ में एक लेटर भी भेजा है, जिसमें पूरा मामला बताया और अब ये लेटर इस समय सोशल मीडिया के जरिए खूब वायरल हो रहा है.
12 बीजेपी नेताओं को किया गया अपमानित
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही चिट्ठी में 12 बीजेपी नेताओं के नाम लिखे हैं. वहीं इन नेताओं में पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, प्रदेश संयोजक, पूर्व महानगर अध्यक्ष के नाम भी शामिल हैं. वहीं इस चिट्ठी में बीजेपी नेताओं ने बताया है कि गाजियाबाद में सीएम योगी के कार्यक्रम के दौरान उन्हें हाथों में एक-एक फूल देकर गेट के पास ही खड़ा कर दिया गया था. वार्ता स्थल के अंदर नहीं जाने दिया गया जिसके चलते उनकी सीएम से मुलाकात नहीं हो पाई.
नेताओं ने डीएम को भेजें 700 रुपये
इसी के साथ बीजेपी नेताओं की ओर से डीएम राकेश कुमार सिंह को लिखे लेटर में ये भी कहा गया कि 24 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री जी से मिलने व वार्ता करने का कार्यक्रम निर्धारित था, परंतु आपके (डीएम) द्वारा सभी को निकासी द्वार पर वार्ता के स्थान पर लाइन किया जाने लगा. जिस पर हमने अपने आप को अपमानित महसूस किया और वहां से चले आए. आपने तभी यह कहा था कि मैंने आपको चाय पिलाई है. अत: उस चाय का 50 रुपये प्रति चाय 700 रुपये आपको भेजा जा रहा है.
डीएम ने दी मामले पर सफाई
वहीँ इस ममाले पर डीएम पर सफाई दी है कि महानगर इकाई ने जिस प्रयोजन के लिए पुलिस को पास जारी करने की लिस्ट भेजी थी, पुलिस ने उसी प्रकार का पास जारी किया था. वहीं आपकी मुलाकात के लिए Proximity Pass जारी नहीं था और मिलने का किसी के द्वारा अनुरोध भी नहीं किया गया था. वहीं मेरे द्वारा उनको (बीजेपी नेताओं) पूरा सम्मान दिया गया. उनके पास जो पास था वह विदाई के वक्त सीएम के सामने खड़े होकर मुलाकात करने का था. अलग से मिलने का कोई पास नहीं था.
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