Chandrashekhar Ravan Controversy – लोकसभा चुनाव से पहले भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद को केंद्र सरकार की ओर से Y+ कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। अब चन्द्रशेखर आजाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की सुरक्षा में रहेंगे। हालांकि, यह सुरक्षा कवच केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित है। दरअसल, पिछले साल जून में जनेलवा हमले के बाद से ही उनकी सुरक्षा की मांग की जा रही थी। इस हमले के बाद उनके समर्थकों में काफी रोष था।
दरअसल, ये वही दिन था जब दलित नेता चंद्र शेखर पर गोलियों से हमला किया गया था। इस हमले का एक ही मकसद था, चन्द्रशेखर की हत्या! हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि किसी ने उनकी जान लेने की कोशिश की गई हो। इससे पहले भी उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश हुई थी, जिसके बारे में खुद चंद्रशेखर ने अपने इंटरव्यू में बताया था। आइए आपको बताते हैं चंद्रशेखर की जिंदगी की उस भयानक घटना के बारे में जिसे वह भूल नहीं पा रहे हैं।
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Chandrshekhar Ravan पर कब हुआ हमला
पिछले साल 28 जून की शाम को चन्द्रशेखर आज़ाद पर हमला हुआ था। आज़ाद पर उस समय हमला हुआ जब वह अपनी कार से दिल्ली से सहारनपुर की ओर जा रहे थे। उन्हें देवबंद जाना था। यहां वह अपने एक सहकर्मी से मिलने जा रहे थे। इसी दौरान कुछ अज्ञात हमलावर आये और उन्होंने चन्द्रशेखर (Chandrashekhar Ravan Controversy) की कार को निशाना बनाते हुए फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में चन्द्रशेखर की कार का शीशा टूट गया। हालांकि इस हमले में चन्द्रशेखर बाल-बाल बच गये। गोली उन्हें छूते हुए निकल गयी थी। इसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल लाया गया और 29 जून को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया।
किसने किया था आजाद पर जानलेवा हमला
दलित नेता आजाद पर जानलेवा हमला करने वाले चारों आरोपी ऊंची जाति के राजपूत समुदाय से थे। अपनी जांच में, पुलिस ने पाया कि आज़ाद पर हमला करने वालों में से तीन का आपराधिक रिकॉर्ड था जिसमें हत्या का प्रयास, हमला और धमकी के आरोप शामिल थे। फिलहाल वह जमानत पर जेल से बाहर हैं। ये तीनों लोग उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रणखंडी के रहने वाले हैं। विकास उर्फ विक्की, प्रशांत और लविश उर्फ अभिषेक। चौथा आरोपी हरियाणा के करनाल जिले का रहने वाला टैक्सी ड्राइवर है। उसका नाम भी विकास है।
Chandrshekhar Ravan पर क्यों हुआ हमला ?
Chandrashekhar Ravan Controversy – अब बात करते हैं मुद्दे की कि आज़ाद पर हमला क्यों हुआ? आज़ाद पर हमला क्यों किया गया, इस मामले में हरियाणा पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “हरियाणा में पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच के दौरान, आरोपियों ने कहा कि वे पिछले कुछ वर्षों के दौरान अपने सामुदायिक कार्यक्रमों के खिलाफ भीम आर्मी की गतिविधियों के कारण परेशान थे।” आरोपियों ने कहा कि वे सोशल मीडिया पर आजाद के बयानों से भी परेशान थे।
हालांकि, न्यूज 24 को दिए अपने इंटरव्यू में आजाद ने दावा किया कि उन पर ये हमला योगी जी ने करवाया है। क्योंकि जब उन पर हमला हुआ तो योगी सरकार ने कोई बयान नहीं दिया और न ही मामले की जांच की। साथ ही जब आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तो उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट देकर छोड़ दिया गया। यह घटना उनके साथ सिर्फ इसलिए की गई क्योंकि राजनीति में उनका रुतबा बढ़ता जा रहा है और सरकार उनके बढ़ते राजनीतिक प्रभाव को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
आज़ाद को जहर किसने दिया?
चंद्रशेखर आज़ाद को मई 2017 में सहारनपुर में जातीय दंगा फैलाने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत जेल भेजा गया था। न्यूज 24 को दिए इंटरव्यू में आजाद ने इस घटना को याद करते हुए बताया कि जब वह जेल में थे तो उनकी जान लेने की कोशिश की गई थी। उन्होंने कहा कि जब वह सहारनपुर जेल में थे तो उन्हें जहर देने की कोशिश की गई थी। उनका कहना है कि उन्हें रास्ते से हटाने के लिए कथित तौर पर पीएम मोदी और आदित्य योगीनाथ ने उन्हें जहर देने की कोशिश की थी। जिसके बाद उन्हें 8 दिनों तक मरेठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उस वक्त प्रियंका गांधी भी उनसे मिलने पहुंची थीं।
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