महात्मा गांधी की हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) पर एक शॉर्ट फिल्म बनी जिस पर महाराष्ट्र में बवाल हो रहा है। ये फिल्म है why I killed Gandhi (क्यों मैंने गांधी को मारा?) साल 2017 में यह फिल्म बनी और अब रिलीज हुई है जिस पर बवाल शुरू हो गया क्योंकि फिल्म में गोडसे का रोल एक एनसीपी सांसद (NCP Leader in Godse Role) ने निभाया है। ये सांसद हैं अमोल कोल्हे (NCP Leader Amol Kolhe)।
अमोल कोल्हे एक एक्टर हैं और राजा शिव छत्रपति में उनके निभाए छत्रपति शिवाजी के रोल को खासा पसंद किया गया और इसी के बाद वे राजनीति में आ गए। शिवसेना के स्टार प्रचारक साल 2014 में थे और फरवरी 2019 में कोल्हे ने एनसीपी से जुड़ गए। गोडसे को लंबे वक्त से शिवसेना जैसे तमाम हिंदू दक्षिणपंथी राजनीतिक संगठन एक देशभक्त के तौर पर बताते रहे हैं।
कोल्हे ने शिवसेना में रहते हुए फिल्म में गोडसे का रोल किया और अब ये फिल्म रिलीज हो रही है। जब वे एनसीपी के सदस्य हैं। अपनी सहयोगी कांग्रेस की तरह ही एनसीपी गोडसे को देशभक्त कहे जाने के अगेंट्स है।
गोडसे पर जबरदस्त वैचारिक मतभेद साथ हीइस रोल को करने को लेकर कोल्हे ने एक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली है जिसमें लिखा है ‘रील लाइफ’ और ‘वास्तविक जीवन’ के बीच एक रेखा खींचने की जरूरत है, कोल्हे ने कहा कि एक कलाकार के रूप में काम करते समय कुछ भूमिकाएं चुनौतीपूर्ण होती हैं, भले ही वे चरित्र की विचारधारा से सहमत न हों. जनता को भी खुले दिमाग और विचारों से एक आर्टिस्ट के काम को देखना चाहिए।
दूसरी तरफ एनसीपी में कोल्हे के सहयोगी साथ ही महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने एक बयान दिया जिसमें उन्होंने कोल्हे को बहुत अच्छा अभिनेता बताया साथ ही ये भी कहा कि उन्हें गोडसे की भूमिका नहीं निभानी चाहिए थी. कहा- मैंने सभी गांधी विरोधी फिल्मों का विरोध किया है. यह एक वैचारिक विरोध है जो मेरा है. जब कोई अभिनेता किसी विशेष चरित्र को निभाता है तो वह चरित्र के विचार में आ जाता है. इस तरह की भूमिका निभाना एक सांसद के लिए गलत है. समाज के साथ कलाकार को खड़ा होना चाहिए. विरोध विरोध होता है. एक अभिनेता और एक व्यक्ति के तौर पर भूमिका दो अलग चीजें नहीं हो सकती हैं।
हालांकि, महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री साथ ही एनसीपी नेता राजेश टोपे का भी इस पर बयान आया जिसमें कहा गया कि ‘मैंने गांधी को क्यों मारा?’ यह 45 मिनट की फिल्म है. अमोल कोल्हे एक अच्छे अभिनेता और एक अच्छे कलाकार के रूप में जाने जाते हैं. भले ही उन्होंने नाथूराम गोडसे की भूमिका निभाई, उन्हें एक कलाकार के रूप में देखा जाना चाहिए.
कांग्रेस नेता और राज्य सरकार में मंत्री असलम शेख ने इस पूरा प्रकरण पर कहा कि अमोल एक अभिनेता हैं. जो रोल मिला उन्हें, उन्होंने किया. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. जो चीज कलाकार के लिए मायने रखता है वह है रोल और उसके लिए उसे पैसा मिलता है।