UP Assembly Elections: 10 फरवरी से उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान होने वाले है लेकिन उससे पहले सभी राजनीतिक पार्टी अपने अपने उम्मीदवारों को लेकर मंथन करने में लगे हुए हैं और एक के बाद एक नाम सामने आ रहे हैं। वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और सपा नेता आज़म खां के बीच टकराव की खबर सामने आ रही है। टिकट को लेकर दोनों के बीच मामला फंसता दिख रहा है। खबर है कि दोनों के बीच इस बार जबरदस्त तरीके से ठन गई है।
आज़म खान फिलहाल जेल में हैं और वे अपने कई क़रीबियों के लिए सपा से लिए टिकट चाहते थे। उन्होंने अपने 12 अपने समर्थकों की सूची दी थी। लेकिन अखिलेश यादव इसके लिए तैयार नहीं हुए जिससे आज़म खां नाराज़ है। सपा के कई बड़े मुस्लिम चेहरे भी हैं जिन्हें टिकट नहीं दिया गया और जो सपा अध्यक्ष से नाराज़ हैं। सुनने में तो ये भी आया है कि इमरान मसूद, क़ादिर राणा जैसे नेताओं के संपर्क में आज़म अब हैं। वे चाहते थे कि कांठ से यूसुफ मलिक, मुरादाबाद देहात से सैय्यद आरिज़ मियां, बदायूं से आबिद रज़ा और सहारनपुर से सरफ़राज़ को टिकट मिले पर इस पर अखिलेश नहीं माने।
दूसरी तरफ नितिन अग्रवाल समेत सपा के दो विधायकों ने इस्तीफा दिया है। हरदोई सदर से सपा विधायक नितिन अग्रवाल उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष बीजेपी के सहयोग से चुने गए थे। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से नितिन अग्रवाल और शरद वीर सिंह ने इस्तीफा दिया। शाहजहांपुर की जलालाबाद सीट से सपा विधायक रहे है शरद वीर सिंह।
विधानसभा के उपाध्यक्ष पद से भी बीते बुधवार को ही नितिन ने इस्तीफा दे दिया। इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष को नितिन अपना त्यागपत्र दिया। वहीं अखिलेश यादव को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा है कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छोड़ रहे हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में नितिन हरदोई सदर सीट से सपा के विधायक हुए और 2018 में उनके पिता पूर्व मंत्री नरेश अग्रवाल बीजेपी में शामिल हुए तब से ही नितिन भी बागी हो गए थे। अब प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में नितिन अग्रवाल के बीजेपी के टिकट पर हरदोई सदर सीट से चुनाव में उतरने की संभावना जताई जा रही है।