Asaduddin Owaisi latest news: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के विवादित “15 मिनट वाले बयान” ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। इस बयान पर उज्जैन के संत और महामंडलेश्वर आचार्य शेखर (Mahamandleshwar Acharya Shekhar) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने न केवल ऐसे बयानों को सांप्रदायिकता भड़काने वाला बताया, बल्कि उनके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करने और सभाओं पर रोक लगाने की भी अपील की।
आचार्य शेखर ने कहा, “दोनों हैदराबादी भाइयों की चुनौती स्वीकार है। ये दोनों भाई साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने का काम करते हैं। अगर ऐसा बयान कोई हिंदू देता, तो अब तक उस पर मामला दर्ज हो गया होता।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत की सरकार को ऐसे बयानों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और भड़काऊ भाषण देने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
2012 के बयान का दोबारा जिक्र- Asaduddin Owaisi latest news
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi controversy) का यह बयान महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान आया, जहां उन्होंने अपने भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के 2012 में दिए गए विवादित बयान का जिक्र किया। इस बयान में कहा गया था, “15 मिनट के लिए पुलिस को हटा दो, तो हम दिखा देंगे कौन ताकतवर है।” हालांकि, इस बार ओवैसी ने इसे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ जुबानी जंग के संदर्भ में व्यंग्य के रूप में पेश किया।
लेकिन इस बयान से हिंदू संत समुदाय नाराज हो गया। उज्जैन के संतों ने इसे सनातन धर्म के खिलाफ बताया और इस बयान को देश के सांप्रदायिक सौहार्द के लिए खतरा बताया।
असदुद्दीन ओवैसी ने किया ’15 मिनट’ का जिक्र
बुधवार को असदुद्दीन ओवैसी ने सोलापुर रैली में जनता में जोश भरने की कोशिश की और इस दौरान उन्होंने ’15 मिनट’ का जिक्र करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा- ‘अभी क्या टाइम हो रहा है… 15 मिनट।’ यह कहते हुए ओवैसी ने अपनी जीभ दांतों के बीच दबाते हुए कहा- ‘बहुत खेद है।’ फिर उन्होंने कहा कि अभी तो 9:45 बजे हैं। हालांकि इस दौरान उनके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान देखने को मिली, जो उनकी एक्टिंग को साफ उजागर कर रही थी।
“15 मिनट नहीं, पूरे 15 दिन का समय दूंगा”: आचार्य शेखर
महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने ओवैसी के बयान पर तीखा पलटवार करते हुए कहा, “अगर 15 मिनट की बात कर रहे हैं, तो मैं उन्हें पूरे 15 दिनों का समय देता हूं। ऐसे बयान देना भारत जैसे देश में स्वीकार्य नहीं है। मोदी सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों की सभाओं पर प्रतिबंध लगाए और इनके खिलाफ सख्त कदम उठाए।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत में 800 साल मुगलों ने शासन किया, लेकिन सनातन धर्म को समाप्त नहीं कर पाए। आज भी महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी की संताने जीवित हैं। ऐसे बयान देने वाले यह भूल जाते हैं कि भारत की जड़ों में सनातन धर्म कितनी गहराई से बसा है।”
AIMIM का चुनावी अभियान और बढ़ता विरोध
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) में एआईएमआईएम ने 16 उम्मीदवार उतारे हैं। असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पूरे राज्य में प्रचार कर रहे हैं। लेकिन उनके इस बयान ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है। उज्जैन के संतों के साथ-साथ विभिन्न हिंदू संगठनों ने भी इस बयान की आलोचना की है। उन्होंने न केवल इसे सांप्रदायिक सौहार्द के लिए हानिकारक बताया है, बल्कि इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग भी की है।
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