राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को हुई टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद अशोक गहलोत की सरकार एक्शन में आ गई है। उदयपुर के एसपी और आईजी की गहलोत सरकार ने हटा दिया है। इसके अलावा कन्हैया लाल के हत्यारोपियों को अजमेर जेल में शिफ्ट कर भेज दिया गया है।
राजस्थान की गहलोत सरकार ने उदयपुर में ड्यूटी दे रहे एसपी मनोज कुमार और आईजी हिंगलाज दान को हटा दिया है। इसके अलावा विकास शर्मा को उदयुपर का नया एसपी नियुक्त किया गया है। इससे पहले कन्हैया लाल का समझौता कराने वाले एएसआई भंवर लाल को भी गहलोत सरकार ने सस्पेंड कर दिया था।
कन्हैया लाल की हत्या के आरोप में पुलिस पर बड़ी लापरवाही के आरोप लग रहे है। गौरतलब है कि कन्हैया लाल ने पुलिस को पत्र लिख लगातार धमकी मिलने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके साथ ही अपनी सुरक्षा की मांग भी की थी। हालांकि किसी तरह की कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने दोनों का समझौता करा दिया। ऐसे में विपक्ष गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है।
बता दें कि कन्हैया लाल के दोनों हत्यारोपियों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को अजमेर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। खुफिया एजेंसी ने दोनों आरोपियों की जान के खतरे की आशंका जताई थी।
जाहिर है कि उदयुपर में मंगलवार को दो लोगों ने दर्जी कन्हैया लाल की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी थी। दोनों ने कपड़े सिलवाने के बहाने दर्जी को बातों में उलझाया और फिर नाप लेने के लिए दर्जी के पलटते ही उस पर खंजर से हमला कर हत्या कर दी। जिसके बाद दोनों आरोपियों ने वीडियो जारी कर इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए हत्या को अंजाम दिया।