कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो मोदी सरकार (Modi Government) के दवाब में काम कर रहा है। इस संबंध में राहुल गांधी ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल (Twitter CEO Parag Agrawal) को एक पत्र भी लिखा था। कांग्रेस नेता ने ये पत्र 27 दिसंबर को लिखा था, जिसके बाद अब ट्विटर की तरफ से राहुल के आरोपों पर जवाब भी सामने आया है।
दरअसल, राहुल गांधी का कहना है कि ट्विटर पर उनके फॉलोअर्स की संख्या घट रही है। चिट्ठी में राहुल ने कहा कि ट्विटर मोदी सरकार के दबाव में आकर मेरी आवाज को चुप कराने की कोशिश कर रहा है।
राहुल के इन आरोपों पर ट्विटर ने जवाब दिया। कंपनी की तरफ से कहा गया कि फॉलोवर्स की संख्या एक विजिबल फीचर है। हम चाहते हैं कि सभी लोग इस पर विश्वास रखें कि फॉलोवर्स की संख्या सार्थक और सटीक होती है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हेरफेर और स्पैम को लेकर ट्विटर की जीरो-टोलरेंस अप्रोच रही है।
ट्विटर ने अपने बयान में आगे कहा- ‘मशीन लर्निंग टूल्स के जरिए हम हर हफ्ते बड़े पैमाने पर बॉट फॉलोअर्स और स्पैम की छंटनी करते हैं। जिसके चलते फॉलोअर्स की संख्या में कमी आ सकती है। कुछ अकाउंट्स में मामूली अंतर दिखाई देता है, लेकिन कुछ अकाउंट्स में ये संख्या अधिक हो सकती है।
राहुल गांधी का कहना है कि अगस्त 2021 में उनके फॉलोअर्स की संख्या 54,803 की कमी आई है। राहुल ने कहा कि मेरे 2 करोड़ फॉलोअर्स हैं। मेरा ट्विटर अकाउंट एक्टिव है और जुलाई 2021 हर दिन मेरे 8-10 हजार फॉलोअर्स बढ़ते रहे।
राहुल गांधी ने कहा अगस्त से उनके औसत मासिक फॉलोअर्स की संख्या जीरो पर आ गई है. उन्होंने कहा, अगस्त के बाद उनके फॉलोअर्स बढ़ना कम हो गए। शायद संयोग से नहीं, ये वो महीने थे, जब मैंने दिल्ली में रेप पीड़िता का मुद्दे उठाया। किसानों के साथ एकजुटता दिखाई और कई अन्य मानवाधिकार मुद्दों को लेकर सरकार से लड़ाई लड़ी।
उन्होंने लिखा मेरा ट्विटर अकाउंट बैन कर दिया गया, जबकि ट्विटर पर सरकारी अकाउंट्स समेत कई ऐसे अकाउंट्स थे, जिनपर यही फोटो शेयर की गई लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनके अकाउंट बैन नहीं हुए।