उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) से पहले राज्य के सियासी समीकरण काफी बदलते हुए दिख रहे हैं। चुनावों में जीत हासिल करने के लिए पार्टियां इस वक्त अपनी पूरी जी-जान लगाती हुए नजर आ रही हैं। चुनाव से पहले सियासी पार्टियों अपने गठबंधन के साथ हर सियासी समीकरण को समझने में लगीं हुईं हैं। यूपी चुनाव में जहां भाजपा (BJP in Uttar Pradesh Election) ने कई दलों को अपने साथ मिलाया, तो वहीं सपा (Samajwadi Party) को भी कई पार्टियों को मिलाकर एक दल बनाया।
इस बीच समाजवादी पार्टी ने अपने सहयोगी दल अपना दल (कमेरावादी) (Apna Dal Kamerawadi)के साथ यूपी चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा कर लिया। अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल (Krishna Patel) को 18 सीटें दी हैं। जानकारी के अनुसार अपना दल (कमेरावादी) राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने बताया कि इलेक्शन के पहले फेज के लिए लिस्ट तैयार हो गई। जल्द ही इन पर उम्मीदवारों के नामों का भी ऐलान होगा।
उन्होंने बताया कि वाराणसी की रोहनिया, पिंडरा, मिर्जापुर की मड़िहान, जौनपुर की मड़ियाहूं, सोनभद्र की घोरावल, प्रतापगढ़ सदर और इलाहाबाद पश्चिमी पर प्रत्याशी तारे जाएंगे। इनमें से कुछ सीटों पर पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी चुनाव लड़ा था। हालांकि फिर पार्टी संस्थापक सोनेलाल पटेल के साथ विवाद के चलते अपना दल (कृष्णा) के प्रत्याशी निर्दल हो गए। इस बार पार्टी अपना दल (कमेरावादी) के रूप में पंजीकृत है।
2017 के चुनावों में कृष्णा पटेल रोहनिया से मैदान में उतरी थीं। निर्दल प्रत्याशी के तौर पर उनको 9549 वोट मिले थे और वो चुनाव में चौथे स्थान पर रहीं। रोहनिया सीट वही है, जिस पर अपना दल(एस) की अध्यक्ष और सोनेलाल पटेल की बेटी अनुप्रिया पटेल ने 2012 में जीत हासिल की। फिर बाद में बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया।