थलापति विजय ने राजनीति में रखा कदम, पार्टी का ऐलान, जानें क्या रखा नाम?

actor vijay
Source- Google

एक्टर एक्ट्रेस का राजनीति में आना कोई बड़ी बात नहीं है. तमाम मशहूर एक्टर्स ने चुनावी दंगल में हाथ आजमाया है, किसी ने अपनी पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा तो किसी ने दूसरी पार्टियों में शामिल होकर दांव खेला. लेकिन अगर हम राजनीति में आने वाले सारे एक्टर्स के बीच में समानता देखें तो यह नजर आता है कि उनमें से ज्यादातर एक्टर नेतागिरी नहीं कर पाएं. इसी बीच साउथ सुपरस्टार थलापति विजय ने भी अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया है. साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट कहा है कि उनकी पार्टी 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में पूरे दम खम के साथ उतरेगी. उनकी पार्टी का नाम है ‘तमिझगा वेत्रि कषगम’. सुपरस्टार विजय ने कहा कि उनकी पार्टी का चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन हो गया है.

विजय ने कही ये बात

अपने आधिकारिक बयान में अभिनेता विजय ने कहा, “पार्टी को ईसीआई के साथ पंजीकृत कर दिया गया है. मैं विनम्रतापूर्वक कहना चाहता हूं कि पार्टी की सामान्य परिषद और कार्यकारी समिति ने 2024 के लोकसभा चुनाव में न तो लड़ने का और न ही किसी पार्टी को समर्थन देने का फैसला किया है.” विजय ने अपने बयान में आगे कहा, “राजनीति मेरे लिए दूसरा करियर नहीं है। यह लोगों का पवित्र काम है। इसके लिए मैं लंबे समय से खुद को तैयार कर रहा था। पॉलिटिक्स मेरे लिए शौक नहीं है। यह मेरी गहरी तमन्ना है। मैं अपने आपको इसमें पूरी तरह इन्वॉल्व करना चाहता हूं।”

लोकसभा चुनाव 2024 में हिस्सा नहीं लेगी पार्टी

आपको बता दें कि भले ही विजय की पार्टी का रजिस्ट्रेशल लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले हुआ है लेकिन उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 में हिस्सा नहीं लेगी और न ही वे किसी अन्य  पार्टी को समर्थन देने वाले हैं और न ही किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले हैं. पार्टी की और से यह फैसला इसकी जनरल और एग्जीक्यूटिव काउंसिल (सामान्य एवं कार्यकारी परिषद) की मीटिंग में लिया गया. उम्मीद जताई जा रही है कि राजनीति में विजय की एंट्री से तमिलनाडु राज्य के विकास में गति आएगी.

मौजूदा समय में तमिलनाडु में एमके स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके की सरकार है. यह वही डीएमके है, जो पेरियार की विचारधारा पर चलती हैं. तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2021 में डीएमके ने एआईडीएमके और बीजेपी को मात देते हुए राज्य की राजनीति में अपना परचम लहराया था. सरकार बनाने के बाद से ही तमाम मुद्दों पर यह पार्टी लोगों के विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रही हैं. राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे कई बार सनातन का अपमान करने के कारण  विवादों के घेरे में आ चुके हैं. ऐसे में आगामी चुनाव में थालापति विजय की पार्टी कितना कमाल दिखा पाती है, यह आने वाले समय में ही पता चलेगा.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here