चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में उठापटक का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। नेताओं का दल बदलना अभी भी जारी है। बुधवार सुबह मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका देते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया।
इसके बाद से ही दावा किया गया कि अखिलेश यादव को झटके लगने का दौर अभी खत्म नहीं हुआ। अपर्णा यादव के बाद अब शिवपाल भी उन्हें छोड़ बीजेपी में जा सकते हैं। ये दावा किसी और ने नहीं बल्कि बीजेपी की ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने ही किया था। लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने शिवपाल को समझदार नेता बताते हुए इशारों-इशारों में ये कहा था कि वो भी बीजेपी में आ सकते हैं। जिसके बाद से खबरें फैलना शुरू हो गई कि शिवपाल भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
हालांकि इन खबरों के आने के कुछ ही घंटों बाद शिवपाल यादव ने इस पर सफाई भी दे दी। उन्होंने साफ किया कि उनका बीजेपी में जाने का कोई इरादा नहीं। अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट करते हुए शिवपाल ने साफ किया कि लक्ष्मीकांत वाजपेयी का दावा गलत हैं।
उन्होंने लिखा- ‘लक्ष्मीकांत वाजपेयी के इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है कि मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकता हूं। ये दावा पूर्णतया निराधार और तथ्यहीन है। मैं अखिलेश यादव के नेतृत्व वाले समाजवादी पार्टी गठबंधन के साथ हूं और अपने समर्थकों से आह्वान करता हूं कि प्रदेश की भाजपा सरकार को उखाड़ कर फेंक दें एवं प्रदेश में समाजवादी पार्टी के गठबंधन वाली सरकार बनाएं।’
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) January 19, 2022
गौरतलब है कि बुधवार सुबह ही दिल्ली में अपर्णा यादव ने बीजेपी ज्वॉइन की है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में अपर्णा ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। अब वो बीजेपी की टिकट से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।