भाजपा मीडिया सेल के प्रमुख अमित मालवीय पर होटल में लड़कियां बुलाने का आरोप लगाने वाले आरएसएस पदाधिकारी शांतनु सिन्हा अब अपने बयान से पलट गए हैं। कल भाजपा में हलचल मचाने वाले बयान के बाद अमित मालवीय के चरित्र पर सवाल उठ रहे थे। अब उन पर आरोप लगाने वाले शांतनु सिन्हा ने अपनी सफाई दी है। शांतनु सिन्हा ने अपने खुले पत्र में कांग्रेस पर उनके फेसबुक पोस्ट के आधार पर गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अमित मालवीय से माफी भी मांगी है। उन्होंने खुले पत्र में बताया है कि बांग्ला में लिखे उनके फेसबुक पोस्ट का गलत मतलब निकाला गया और अमित मालवीय समेत भाजपा को निशाना बनाया गया। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं लिखा था, इसलिए वह पोस्ट नहीं हटाएंगे। शांतनु सिन्हा के पोस्ट के बाद कांग्रेस ने भाजपा नेता मालवीय पर तीखा हमला बोला था।
मालवीय पर महिलाओं के यौन शोषण का आरोप झूठा
कोलकाता हाईकोर्ट के वकील के तौर पर खुद को पेश करते हुए शांतनु सिन्हा ने कांग्रेस को देश की सबसे खराब और भ्रष्ट राजनीतिक पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बंगाली भाषा में लिखे उनके पोस्ट का इस्तेमाल अमित मालवीय और बीजेपी के खिलाफ नफरत फैलाने के हथियार के तौर पर कर रही है। शांतनु ने दावा किया कि उन्होंने कभी भी अमित मालवीय द्वारा महिलाओं के यौन शोषण के बारे में कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पोस्ट में सिर्फ यह आशंका जताई थी कि कैलाश विजयवर्गीय, प्रदीप जोशी, सिद्धार्थ नाथ सिंह और शिव प्रसाद की तरह अमित मालवीय भी हनी ट्रैप मामले में फंस सकते हैं।
इस पोस्ट के बाद कांग्रेस पार्टी ने मीडिया के सा
रुबिका चित्रा और अंजना आज पूरा देश तुम्हें ही देख रहा है डिबेट करो या पत्रकारिता छोड़ो।
⚠️बंगाल से संघ परिवार के नेता शांतनु सिन्हा ने ही भाजपा IT सेल के मुखिया अमित मालवीय पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है।
⚠️शांतनु सिन्हा ने कहा है अमित मालवीय बंगाल के फाइव स्टार होटलों में… pic.twitter.com/pXhaW4hqrN
— अश्विनी सोनी اشونی سونی (@Ramraajya) June 10, 2024
मने बीजेपी नेता अमित मालवीय पर गंभीर आरोप लगाए। उन्हें एक महिला का यौन उत्पीड़न करने वाला तक कहा गया। बाद में अमित मालवीय ने शांतनु को इस संबंध में चेतावनी भेजी और शांतनु ने कहा कि पोस्ट में उनकी चिंता कि अमित मालवीय फंस सकते हैं, सीएम ममता बनर्जी की हनी ट्रैप क्लिप का खुलासा करने की धमकी से उपजी है। उन्होंने बताया कि उनका मतलब बस इतना था कि मालवीय पकड़े जा सकते हैं।
मीडिया इस मुद्दे पर चुप क्यों है
अब यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि इस पूरे मामले पर मीडिया ने अब तक चुप्पी साध रखी है। अमित मालवीय पर जब से ये आरोप लगे हैं, तब से न तो मीडिया में इस पर कोई चर्चा हुई है और न ही यह बात सामने आई है कि किस आधार पर अमित पर ये आरोप लगाए गए और किस आधार पर शांतनु ने अचानक इस मामले में पलटी मार ली है। अब देखने वाली बात यह है कि जिस तरह से यह मामला सामने आया है, क्या मीडिया सच्चाई को जनता के सामने लाने की कोशिश करेगी या फिर फिर से अमित मालवीय के पद से डरकर अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लेगी।
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