यूपी में विधानसभा चुनाव काफी नजदीक आ गए। इन चुनावों में जहां एक ओर समाजवादी पार्टी सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी है। लेकिन इससे पहले पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल, सपा के 6 पार्षदों ने पार्टी का साथ छोड़ दिया और यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थाम लिया। सपा छोड़ने वाले नेताओं में कानपुर नगर निगम हाउस में समाजवादी पार्टी के पार्षदों के नेता सुहैल अहमद, शिब्बू अंसारी, शशि, राकेश साहू, आबिद अली और महेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं। समाजवादी पार्टी की ये सभी पार्षद सीसामऊ विधानसभा सीट से ताल्लुक रखते हैं।
सुहैल अहमद ने कहा कि कानपुर में समाजवादी पार्टी की स्थिति के बारे में सभी जानते हैं और इसके विधायक इरफान सोलंकी अपने अपने निर्वाचन क्षेत्र के पिछले 4 सालों में कुछ नहीं कर पाए है। पिछले दो दशकों में सीसामऊ में कोई विकास कार्य नहीं किया गया। इसके अलावा सोलंकी का व्यक्तिगत व्यवहार भी संदिग्ध है।
गौरतलब है कि इरफान सोलंकी के साथ सुहैल के मतभेद नए नहीं हैं। 2017 के चुनावों में बागी हो गए थे और यहां तक कि सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन भी दाखिल किया था, लेकिन धर्मगुरुओं और रणनीतिकारों के दखल के बाद उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था। सुहैल अहमद सीसामऊ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के टिकट मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।